मिडिल ईस्ट से अपने कर्मचारियों को वापस बुला रहा है अमेरिका, ईरान से तनाव के बीच फैसला

अमेरिका ने अपने कर्मचारियों को वापस बुलाने का फैसला ऐसे समय में लिया है जब अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने संकेत दिया है कि इज़राइल ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले की तैयारी में है।;

Update: 2025-06-12 01:54 GMT
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मध्य पूर्व को एक खतरनाक जगह बताया है

अमेरिका ने मध्य पूर्व में तैनात अपने कुछ कर्मचारियों को हटाने का फैसला लिया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बढ़ते तनाव का हवाला देते हुए इस क्षेत्र को एक "संभावित खतरनाक जगह" बताया है। इन निकासी कार्रवाइयों का समय तब आया है जब अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने संकेत दिया है कि इज़राइल ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमला करने की तैयारी कर रहा है।

अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु समझौते को लेकर बातचीत ठप पड़ी हुई है। ट्रप पहले भी कई बार यह कह चुके हैं कि वह ईरान को परमाणु हथियार नहीं रखने देना चाहते। उन्होंने ने पत्रकारों से कहा: "वे (अमेरिकी कर्मचारी) वहां से निकाले जा रहे हैं क्योंकि यह एक खतरनाक जगह बन सकती है... हमने निकासी का नोटिस दे दिया है, अब देखते हैं आगे क्या होता है।"

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए कुछ किया जा सकता है, तो उन्होंने साफ कहा,"वे परमाणु हथियार नहीं रख सकते। बहुत सीधी बात है, वे परमाणु हथियार नहीं रख सकते। हम इसकी अनुमति नहीं देंगे।"  उनका संकेत ईरान की ओर था।

ट्रंप की यह पुष्टि रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के तुरंत बाद आई है, जिसमें बताया गया था कि अमेरिका इराक में अपने दूतावास से आंशिक निकासी की तैयारी कर रहा है और बढ़ते सुरक्षा जोखिमों को देखते हुए अन्य सैन्य आश्रितों को भी मध्य पूर्व से हटाने की अनुमति दी गई है। हालांकि, सूत्रों ने यह नहीं बताया कि ये जोखिम कौन से हैं।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इन निकासी कदमों का समय भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने संकेत दिया है कि इज़राइल, जो इस समय गाज़ा के साथ युद्ध में है, अब ईरान की परमाणु साइट्स पर हमला करने की योजना बना रहा है।

ईरान परमाणु हथियार के और करीब?

आर्कान्सास के अमेरिकी सीनेटर टॉम कॉटन ने गुरुवार को दावा किया कि अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने यह पुष्टि की है कि ईरान सक्रिय रूप से परमाणु हथियार बनाने की दिशा में काम कर रहा है, जबकि अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु समझौता जमीन पर रुका हुआ है।

उन्होंने X पर पोस्ट किया कि "आज रक्षा सचिव ने पुष्टि की कि ईरान की आतंकी सरकार सक्रिय रूप से परमाणु हथियार बनाने की दिशा में काम कर रही है। हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा, हमारे सहयोगियों की सुरक्षा और क्षेत्र में लाखों नागरिकों की खातिर, ऐसा नहीं होने दिया जा सकता।"

ट्रंप ने न्यूयॉर्क पोस्ट को बुधवार को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि उन्हें अब ईरान द्वारा अपने परमाणु कार्यक्र

म को बंद करने और यूरेनियम संवर्धन रोकने को लेकर "कम भरोसा" हो रहा है। उन्होंने कहा, "मैंने पहले सोचा था कि वे ऐसा करेंगे, लेकिन अब मेरा भरोसा कम होता जा रहा है। वे देर कर रहे हैं और यह अफसोसजनक है... मैं अब उतना आश्वस्त नहीं हूं जितना कुछ महीने पहले था। कुछ हुआ है, पर मुझे अब सौदे की संभावना पर भरोसा कम हो रहा है।"

ट्रंप ने यह भी संकेत दिया कि यदि ईरान परमाणु समझौते पर सहमत नहीं होता है, तो अमेरिका बल प्रयोग का रास्ता भी अपना सकता है।

हालांकि, ईरानी रक्षा मंत्री अज़ीज़ नसीरज़ादेह ने बुधवार को चेतावनी दी कि यदि उनके देश पर हमला हुआ, तो ईरान क्षेत्र में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डों पर पलटवार करेगा 

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