EV बिक्री में 27% की बढ़त, फिर भी टॉप 10 देशों की सूची से बाहर भारत

Electric Vehicle Sales India: रिपोर्ट में कहा गया है कि संख्या के लिहाज से भारत की EV ग्रोथ मजबूत है. लेकिन उसे निर्णायक मोड़ तक पहुंचने के लिए गति तेज करनी होगी. EV पॉलिसी, इन्फ्रास्ट्रक्चर और आपूर्ति में सुधार भारत को वैश्विक EV रेस में मजबूत दावेदार बना सकता है.;

Update: 2025-06-26 12:53 GMT

India EV Market 2025: दुनिया जब इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की क्रांति में तेजी से आगे बढ़ रही है, भारत उस रफ्तार को पकड़ने की कोशिश में लगा है. एक ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में EV बिक्री में इजाफा जरूर हुआ है. लेकिन वह अब भी वैश्विक टॉप 10 देशों की सूची से बाहर है. 27% की सालाना वृद्धि दर के बावजूद भारत की EV पैठ 2024 में महज 2–3% रही, जबकि अन्य देश 5% या उससे अधिक के आंकड़े छू चुके हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत वैश्विक रैंकिंग में भले ही टॉप 10 में न हो. लेकिन वह शीर्ष 10 के बिल्कुल बाहर है और सबसे तेजी से बढ़ता बड़ा बाजार भी है. फिलहाल भारत थाईलैंड, वियतनाम और मेक्सिको जैसे उभरते ईवी लीडर्स से पीछे है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कम EV पेनिट्रेशन (कम उपस्थिति) भारत को 2030 तक 30% EV मार्केट शेयर हासिल करने के लक्ष्य से दूर कर सकता है.

भारत में EV की कुल बिक्री 2024 में 27% बढ़कर 1.94 मिलियन (19.4 लाख) यूनिट पर पहुंच गई है. इसमें टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर सेगमेंट का सबसे बड़ा योगदान रहा. टू व थ्री-व्हीलर सेगमेंट में Hero Electric, Ola Electric, और TVS जैसे ब्रांड प्रमुख खिलाड़ी बने हुए हैं. वहीं, चार-पहिया यात्री वाहन सेगमेंट में Tata Motors, Hyundai, Mahindra और MG अग्रणी कंपनियां हैं.

इन्फ्रास्ट्रक्चर और बैटरी बनीं चुनौती

चार-पहिया EV में अपेक्षित उछाल न आने की एक वजह चार्जिंग स्टेशन और बैटरी इन्फ्रास्ट्रक्चर की धीमी प्रगति भी है. इसके साथ ही भारत की EV बैटरियों के लिए 95-100% तक चीन, दक्षिण कोरिया और जापान पर निर्भरता एक बड़ी बाधा बनी हुई है.

लिथियम खोज

भारत अब लिथियम के घरेलू स्रोत ढूंढने की दिशा में गंभीरता से काम कर रहा है. जम्मू-कश्मीर के रीसी जिले में 5.9 मिलियन टन लिथियम की पुष्टि हुई है, जो दुनिया के शीर्ष 10 भंडारों में गिना जा रहा है. वहीं, अन्य संभावित जगह कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और राजस्थान हो सकते हैं.

स्थानीय रिफाइनरी प्रोजेक्ट्स भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. Lohum ने मार्च 2025 में भारत की पहली बैटरी-ग्रेड लिथियम रिफाइनरी (1,000 टन/वर्ष) शुरू की. Vardhaan Lithium महाराष्ट्र सरकार के साथ मिलकर नागपुर (बुटीबोरी) में 60,000 टन/वर्ष क्षमता की रिफाइनरी बना रहा है.

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