बिहार चुनाव 2025: पिपरा सीट पर गरम होती सियासत, जानें अब तक का पूरा इतिहास
Bihar Assembly Elections 2025: अब तक पिपरा सीट पर तीन बार चुनाव हो चुके हैं और मुकाबला मुख्य रूप से जदयू और राजद के बीच ही रहा है.
Pipra Assembly seat: बिहार में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव पास आ रहे हैं, वैसे ही सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं. एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. ऐसा माना जा रहा है कि चुनाव की तारीखों का ऐलान सितंबर के अंत तक हो सकता है. इस चुनावी माहौल में हम आपको आज सुपौल जिले की पिपरा विधानसभा सीट की पूरी कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं.
पिपरा विधानसभा सीट
जिला: सुपौल
लोकसभा क्षेत्र: सुपौल
परिसीमन के बाद गठन: वर्ष 2008
अब तक चुनाव: 3 बार
अब तक की जीतें: जदयू- 2 बार, राजद- 1 बार
सुपौल जिले में 5 विधानसभा सीटें आती हैं:-
1. निर्मली
2. पिपरा
3. सुपौल
4. त्रिवेणीगंज (अनुसूचित जाति)
5. छातापुर
सुपौल लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा सीटें हैं — 5 सुपौल में और 1 मधेपुरा जिले में (सिंहेश्वर, अनुसूचित जाति). पिपरा विधानसभा सीट का निर्माण 2008 में परिसीमन के बाद हुआ था. अब तक यहां केवल तीन विधानसभा चुनाव हुए हैं. बता दें कि बिहार में "पिपरा" नाम की दो विधानसभा सीटें हैं — एक सुपौल जिले में और दूसरी पूर्वी चंपारण जिले में.
चुनावी सफर
2010 का चुनाव: जदयू की जीत
विजेता: सुजाता देवी (जदयू)
मुख्य प्रतिद्वंदी: दीनबंधु यादव (लोजपा)
जीत का अंतर: 14,686 वोट
प्राप्त वोट:-
* सुजाता देवी – 44,883
* दीनबंधु यादव – 30,195
* दिलेश्वर कामैत (निर्दलीय) – 19,298
दिलेश्वर कामैत वर्तमान में सुपौल से लोकसभा सांसद हैं. वे भारतीय रेलवे में अधिकारी थे और 2008 में राजनीति में आए थे.
2015 का चुनाव: राजद की वापसी
विजेता: यदुबंश कुमार यादव (राजद)
मुख्य प्रतिद्वंदी: विश्व मोहन कुमार (भाजपा)
जीत का अंतर: 36,369 वोट
प्राप्त वोट:-
* यदुबंश यादव – 85,944
* विश्व मोहन कुमार – 49,575
* महेंद्र साह (बसपा) – 4,204
इस चुनाव से पहले पूर्व विधायक सुजाता देवी ने जदयू छोड़कर भाजपा जॉइन की थी. लेकिन उन्हें पार्टी की ओर से टिकट नहीं मिला.
2020 का चुनाव: जदयू की वापसी
* विजेता: रामबिलास कामत (जदयू)
* मुख्य प्रतिद्वंदी: विश्व मोहन कुमार (राजद)
* जीत का अंतर: 19,245 वोट
प्राप्त वोट:-
* रामबिलास कामत – 82,388
* विश्व मोहन कुमार – 63,143
* शकुंतला प्रसाद (लोजपा) – 5,660
इस बार जदयू और राजद दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, जिससे सीधा मुकाबला इन दोनों के बीच ही रहा.
सीट का समीकरण: अब किसकी होगी जीत?
अब तक पिपरा सीट पर तीन बार चुनाव हो चुके हैं और मुकाबला मुख्य रूप से जदयू और राजद के बीच ही रहा है. साल 2010 और 2020 में जदयू ने जीत दर्ज की. साल 2015 में राजद को भारी मतों से जीत मिली थी. साल 2025 में क्या जदयू फिर से सीट बचा पाएगी या राजद जोरदार वापसी करेगी? यह देखने लायक होगा.