बिहार चुनाव में 'दोस्ताना लड़ाई' को सुलझाने में जुटी कांग्रेस
तीन वरिष्ठ नेताओं को बिहार रवाना किया गया है, जो पटना में डेरा डालकर बैठकों के दौर शुरू कर चुके हैं. वे तेजस्वी यादव से भी मुलाकात कर महागठबंधन में सब कुछ सही करने का प्रयास करेंगे.
By : The Federal
Update: 2025-10-26 09:46 GMT
Bihar Elections Friendly Fight : बिहार विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर महागठबंधन के घटक दलों के बीच ‘फ्रेंडली फाइट’ यानी आपसी मुकाबले की स्थिति बन गई है। जिसे लेकर एनडीए की ओर से महागठबंधन में दरार का दावा किया गया है. साथ ही जनता के बीच भी इस बात को लेकर जोर शोर से उछाला गया है. ऐसे में कांग्रेस अब एनडीए के इस दावे और आरोप को झुठलाने के प्रयास में जुट गयी है। यही कारण है कि पार्टी ने अपने तीन वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारा है, ताकि वोटिंग से पहले गठबंधन की एकजुट तस्वीर पेश की जा सके और सीधे एनडीए से मुकाबले का संदेश दिया जा सके।
ये तीन नेता हैं अशोक गहलोत, अजय माकन और के.सी. वेणुगोपाल, जो पटना पहुंच चुके हैं। ये तीनों नेता राजद नेता तेजस्वी यादव से भी मुलाकात करेंगे। इनकी प्राथमिकता उन सीटों पर तालमेल बैठाने की है, जहां कांग्रेस के उम्मीदवार महागठबंधन के ही अन्य दलों के प्रत्याशियों से भिड़ रहे हैं।
कांग्रेस का गंभीर रुख
ये सभी को ज्ञात है कि अशोक गहलोत को कांग्रेस ने बिहार चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बनाया है, जबकि के.सी. वेणुगोपाल को राहुल गांधी का ‘दाया हाथ’ माना जाता है। अजय माकन इस चुनाव में स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन नियुक्त किये गए हैं। इन तीनों नेताओं की नियुक्ति से साफ है कि पार्टी इस ‘फ्रेंडली फाइट’ के मसले को लेकर बेहद गंभीर है। ये नेता उन सीटों पर बातचीत करेंगे, जहां कांग्रेस के उम्मीदवारों का सामना सीपीआई, राजद और मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी के प्रत्याशियों से है।
किन किन सीटों पर है फ्रेंडली फाइट
सीट कांग्रेस प्रत्याशी गठबंधन दल का प्रत्याशी
वैशाली संजीव सिंह अजय कुमार कुशवाहा (राजद)
बिहार शरीफ ओमार खान शिव कुमार यादव (CPI)
बछवारा शिव प्रकाश गरीब दास अवधेश कुमार राय (CPI)
राजापाकर प्रतिमा कुमारी मोहित पासवान (CPI)
बेलदौर मिथिलेश कुमार निषाद तनीषा भारती (IIP)
चैनपुर गोविंद बिंद (VIP) बृज किशोर बिंद (राजद)
कहलगांव प्रवीण सिंह कुशवाहा रजनीश भारती (राजद)
सुल्तानगंज ललन कुमार चंदन कुमार (राजद)
सिकंदरा विनोद कुमार चौधरी उदय नारायण (राजद)
नरकटियागंज शाश्वत केदार दीपक यादव (राजद)
करगहर संतोष कुमार मिश्रा महेंद्र प्रसाद गुप्ता (CPI)
असंतोष शांत करने की कोशिश
कांग्रेस नेतृत्व का मकसद सिर्फ सीटों का विवाद सुलझाना नहीं, बल्कि पार्टी के भीतर बढ़ते असंतोष को भी दूर करना है। टिकट वितरण को लेकर कई स्थानीय नेताओं ने नाराजगी जताई है। पटना स्थित सदाकत आश्रम में विरोध प्रदर्शन हुए, और कुछ असंतुष्ट नेताओं ने अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस तक कर डाली।
पार्टी सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी के पास यह सारी जानकारी पहुंच चुकी है, और इसी कारण उन्होंने गहलोत, माकन और वेणुगोपाल को बिहार भेजा है। राहुल नहीं चाहते कि जब वे छठ के बाद बिहार में प्रचार शुरू करें, तब महागठबंधन के भीतर मतभेद की स्थिति बनी रहे। उनका स्पष्ट निर्देश है कि उनके प्रचार अभियान से पहले ‘फ्रेंडली फाइट’ की सभी सीटों का मामला सुलझा लिया जाए।