तेजस्वी यादव का शानदार सफर, क्रिकेटर से राजनीतिक तक तेजी से उभरता सितारा
तेजस्वी यादव बिहार के सबसे युवा उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जब वे मात्र 26 वर्ष के थे। इसके साथ ही वे भारत के सबसे युवा विपक्षी नेता भी रहे, 27 वर्ष की उम्र में।
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने क्रिकेटर से एक सफल पूर्णकालिक राजनीतिज्ञ बनने तक एक प्रभावशाली करियर बनाया है। गुरुवार, 23 अक्टूबर को विपक्षी INDIA ब्लॉक द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित तेजस्वी ने कम उम्र में कई बड़े मुकाम हासिल किए हैं।
सबसे युवा उप मुख्यमंत्री और विपक्षी नेता
तेजस्वी यादव बिहार के सबसे युवा उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जब वे मात्र 26 वर्ष के थे। इसके साथ ही वे भारत के सबसे युवा विपक्षी नेता भी रहे, 27 वर्ष की उम्र में। अब 35 वर्ष की उम्र में, वे लगातार दूसरी बार विपक्षी गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।
क्रिकेट कैरियर की शुरुआत और उपलब्धियां
तेजस्वी यादव, जो लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के सबसे छोटे पुत्र हैं, का जन्म बिहार के गोपालगंज में 9 नवंबर 1989 को हुआ। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा पटना में ली और बाद में दिल्ली पब्लिक स्कूल में दाखिला लिया। 13 वर्ष की उम्र में वे दिल्ली U-15 क्रिकेट टीम में चुने गए, जिसके कप्तान विराट कोहली थे। U-15 टीम ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती, जहां तेजस्वी ने फाइनल में बेहतरीन प्रदर्शन किया। कक्षा 10 में पढ़ाई छोड़कर उन्होंने क्रिकेट को पेशेवर रूप से अपनाया। वे दिल्ली के U-17 और U-19 क्रिकेट टीम का हिस्सा बने और विश्व कप जीतने वाली U-19 भारतीय टीम के स्टैंडबाय खिलाड़ी रहे। उन्होंने झारखंड क्रिकेट टीम के लिए भी खेला और 2008 इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए अनुबंधित हुए, लेकिन 2008 से 2012 तक वे रिजर्व बेंच पर रहे।
राजनीति में प्रवेश और सफलता
2013 में तेजस्वी ने क्रिकेट को अलविदा कहकर पूरी तरह राजनीति में आने का फैसला किया। 2010 में उन्होंने पहले से ही राष्ट्रीय जनता दल के लिए प्रचार करना शुरू कर दिया था। 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने राघोपुर से पहली बार विधायक का चुनाव जीता। 2020 में उन्होंने फिर से इसी सीट से जीत हासिल की है और इस बार भी उम्मीदवार हैं। महागठबंधन की 2015 की जीत के बाद वे 26 वर्ष की उम्र में बिहार के उप मुख्यमंत्री बने और सार्वजनिक निर्माण, वानिकी तथा पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाली। मार्च 2018 में वे आरजेडी के कार्यकारी नेता बने और 2020 के विधानसभा चुनावों में महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे। हालांकि, गठबंधन बहुमत से कुछ पीछे रह गया और वे विपक्ष के नेता बने। 10 अगस्त 2022 को वे दोबारा उप मुख्यमंत्री बने, यह पद तब तक रहा जब तक नितीश कुमार ने महागठबंधन छोड़कर भाजपा के साथ NDA सरकार बनाई।
आपराधिक मामले और विवाद
तेजस्वी यादव विवादों से अछूते नहीं हैं। वे 2017 में CBI की एक जांच में आरोपी हैं, जिसमें उनके माता-पिता और अन्य पर IRCTC होटलों के अनुबंधों में अनियमितताओं का आरोप है। यह मामला दिल्ली की अदालत में विचाराधीन है। 2022 में एक नए मामले में CBI ने तेजस्वी, उनके माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों पर रेलवे ग्रुप-D नौकरियों के बदले जमीन लेने का आरोप लगाया। यह मामला भी दिल्ली में चल रहा है। 2020 में तेजस्वी और उनके भाई तेज प्रताप यादव एक हत्या मामले में आरोपी हैं। उनके निर्वाचन हलफनामे के अनुसार, उन पर 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें साजिश, धोखाधड़ी, जालसाजी, भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप शामिल हैं।
पारिवारिक जीवन
तेजस्वी यादव की शादी हरियाणा की राजश्री यादव से हुई है। दंपति के दो बच्चे हैं — एक बेटी और एक बेटा।