ETF के AUM में 5 सालों में आया 5 गुना उछाल, 11 गुना बढ़े खुदरा निवेशकों के फोलियो

मार्च 2020 से मार्च 2025 तक, भारत में ETF का कुल AUM करीब 5.5 गुना बढ़ा है. यह निरंतर वृद्धि न केवल निवेशकों की बदलती प्राथमिकताओं को दर्शाती है.;

Update: 2025-07-02 12:21 GMT

ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड में निवेश इन दिनों निवेशकों को खुब लुभा रहा है. इसका नतीजा है कि ETF निवेश में जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिली है. Zerodha Fund House की एक नई स्टडी के मुताबिक, भारत में ETF बाजार अभी भी शुरुआती चरण में है, लेकिन इसमें उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है. मई 2014 से म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में निवेश और AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) में लगातार बढ़ोतरी आई है. समय के साथ निवेश पोर्टफोलियो की स्ट्रक्चर में इनोवेशन हुआ है उसी का असर है कि ETF निवेश के विकल्प के तौर पर उभरा है.

भारत में ETF का बढ़ता वर्चस्व

मार्च 2025 के अंत तक, दुनिया भर में लगभग 14,000 ETF लिस्टेड थे, जिनकी कुल संपत्ति 15 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक थी. अकेले 2024 में वैश्विक स्तर पर रिकॉर्ड 1.9 ट्रिलियन डॉलर ETF में निवेश किया गया है.

मार्च 2020 से मार्च 2025 तक, भारत में ETF का कुल AUM करीब 5.5 गुना बढ़ा है. यह निरंतर वृद्धि न केवल निवेशकों की बदलती प्राथमिकताओं को दर्शाती है, बल्कि भारतीय पूंजी बाज़ार के विकसित होते स्वरूप की ओर भी इशारा करता है. मार्च 2025 तक, ETF में कुल AUM 8.38 लाख करोड़ रुपये था, जो कि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के कुल 65.74 लाख करोड़ रुपये AUM का 13% है. जबकि मार्च 2020 में ETF की म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के कुल AUM में यह हिस्सा मात्र 7% था.

ETF की संख्या 3 गुना हुई

पिछले 5 वर्षों में भारत में ETF की कुल संख्या लगभग तीन गुना हो चुकी है. इस दौरान 2022 में चांदी आधारित कमोडिटी ETF भी लॉन्च किए गए, जिससे निवेशकों के पास अब और अधिक निवेश के विकल्प हैं.

खुदरा निवेशकों का AUM मार्च 2020 में 5,335 करोड़ रुपये था, जो मार्च 2025 तक बढ़कर 17,800 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है. ETF निवेश फोलियो की संख्या 23.22 लाख से बढ़कर 2.63 करोड़ हो गई यानी इसमें यानी 11 गुना उछाल आया है. 97% से अधिक ETF फोलियो खुदरा निवेशकों के हैं, जो इस निवेश विकल्प के प्रति जागरूकता और विश्वास को दर्शाता है.

ETF में ट्रेडिंग वॉल्यूम 7 गुना से अधिक बढ़ा

वित्त वर्ष 2019-20 में ETF का ट्रेडिंग वॉल्यूम 51,101 करोड़ रुपये था, जो FY 2024-25 में 3.83 लाख करोड़ रुपये हो गया है यानी इसमें 7.5 गुना उछाल आया है. पिछले 1 साल में ही ट्रेडिंग वॉल्यूम दोगुना से अधिक हो गया है, जिससे बाजार में लिक्विडिटी और दक्षता दोनों में सुधार हुआ है. पिछले 5 वर्षों में ETF AUM का लगभग 80% हिस्सा इक्विटी ETF में ही रहा है. यह ट्रेंड दर्शाता है कि निवेशकों को स्टॉक मार्केट में एक्सपोजर के लिए ETF एक पसंदीदा माध्यम के रूप में नजर आ रहा है. Zerodha Fund House के CEO विशाल जैन ने कहा, “इस स्टडी में भारत में ETF के एक नए युग की झलक मिलती है — जिसमें खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ी है और उत्पादों की विविधता में विस्तार हुआ है, जिससे ट्रेडिंग वॉल्यूम में तेजी आई है”

ETF क्या होता है?

ETF एक ऐसा म्यूचुअल फंड स्कीम है जो शेयर बाजार में स्टॉक की तरह ट्रेड करता है. भारत का ETF बाजार अभी काफी नया है, लेकिन इसमें AUM, निवेशक आधार, उत्पाद विविधता और ट्रेडिंग वॉल्यूम इन सभी मोर्चों पर तेजी से प्रगति हो रही है. 

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