उथल-पुथल से इंडिगो के शेयर धड़ाम, सातवें दिन भी संकट जारी

लगातार देरी–रद्द उड़ानों से यात्रियों की परेशानी बढ़ी, DGCA ने कड़ा रुख अपनाया; कंपनी ने 10% कैपेसिटी घटाकर नेटवर्क स्थिर करने की कोशिश तेज की।

Update: 2025-12-08 05:10 GMT

Trouble For Inter Globe Aviation : देश की सबसे बड़ी किफायती एयरलाइन इंडिगो का परिचालन संकट सोमवार को सातवें दिन भी जारी है। इसका सीधा असर इसकी पैरेंट कंपनी इंटर ग्लोब एविएशन के शेयर पर दिखा, जो दोपहर के कारोबार में 4% गिरकर ₹5,154 पर पहुंच गया। बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द और देरी से यात्रियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है, वहीं कंपनी ऑपरेशन स्थिर करने की कवायद में जुटी है।


दिल्ली एयरपोर्ट का अलर्ट: बाहर निकलने से पहले स्टेटस ज़रूर चेक करें

सोमवार सुबह दिल्ली एयरपोर्ट ने एडवाइजरी जारी कर यात्रियों को आगाह किया कि इंडिगो की उड़ानों में बड़े पैमाने पर व्यवधान जारी रहेंगे। पिछले छह दिनों में 2,000 से अधिक उड़ानें कैंसिल हो चुकी हैं, जिससे हजारों लोगों को कैंसिलेशन, मिस्ड कनेक्शन, रिफंड और बैगेज देरी जैसी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

रविवार को एयरलाइन ने 2,300 में से 1,650 उड़ानें संचालित कीं, जबकि करीब 650 उड़ानें रद्द रहीं। कंपनी के मुताबिक अब तक ₹610 करोड़ के रिफंड जारी किए जा चुके हैं और 3,000 से अधिक देर से पहुंचे बैगेज यात्रियों तक पहुंचा दिए गए हैं।

5 से 15 दिसंबर के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए चेंज और कैंसिलेशन फीस भी माफ कर दी गई है।


DGCA ने CEO को जवाब देने के लिए मोहलत को बढ़ाया

नियामक DGCA ने एयरलाइन पर शिकंजा कसते हुए CEO पीटर एल्बर्स को शो-कॉज नोटिस का जवाब देने के लिए 24 घंटे का समय दिया था लेकिन CEO की तरफ से काम के बोझ का हवाला देते हुए अतिरिक्त समय देने की मांग की, जिसे DGCA ने स्वीकार कर लिया है।

नोटिस में DGCA ने इंडिगो पर आरोप लगाया है कि संसाधन प्रबंधन और प्लानिंग में गंभीर चूक हुई। नई FDTL (Flight Duty Time Limitations) नियमावली के लिए पर्याप्त तैयारी नहीं की। यात्रियों को आवश्यक मदद उपलब्ध कराने में कमी रही।


“हज़ार चोटों से मौत” जैसी स्थिति - एविएशन एक्सपर्ट

बेंगलुरु एविएशन के चीफ एनालिस्ट देवेश अग्रवाल ने संकट को “डेथ बाय अ थाउज़ेंड कट्स” बताते हुए कहा कि पिछले सप्ताह कई छोटी-बड़ी समस्याओं के एकसाथ आने से संकट विस्फोटक बन गया। इनमें शामिल हैं:

खराब मौसम

एयरबस A320 का सॉफ्टवेयर ग्लिच

बैगेज बेल्ट फेलियर


एयरपोर्ट संबंधी स्थानीय बाधाएं

उनके मुताबिक नई FDTL नियमावली लागू होना इस पूरी श्रृंखला का “अंतिम वार” साबित हुआ, क्योंकि एयरलाइंस वर्षों से इसकी तैयारी टालती आ रही थीं।

इंडिगो द्वारा 10% क्षमता घटाने के फैसले को उन्होंने एक “पेशेवर और व्यावहारिक कदम” बताया।


शेयर मार्केट में झटका, लेकिन लंबी अवधि को लेकर भरोसा बरकरार

संकट के बीच ब्रोकरेज हाउसों ने भी अपनी राय जारी की है:

Citi: ‘Buy’ रेटिंग बरकरार; टारगेट प्राइस ₹6,500

Morgan Stanley: टारगेट घटाया, FY27–FY28 EPS में 20% कटौती, कारण - नई FDTL नियमों से बढ़ती लागत।


इस साल अब तक InterGlobe Aviation के शेयर 12.25% ऊपर हैं और फिलहाल इसका P/E रेशियो 39.02 है। कंपनी ने दावा किया है कि 10 दिसंबर तक ऑपरेशन सामान्य स्तर के करीब आ जाएंगे।


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