RBI का अनुमान: 2025-26 में तेज विकास की राह पर भारत, महंगाई में मिलेगी राहत

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025-26 में भी अर्थव्यवस्था की हालत अच्छी रहने की उम्मीद है. इसकी वजह है लोगों की बढ़ती खपत, सरकार का इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर और खर्चों पर नियंत्रण.;

Update: 2025-05-29 09:04 GMT
आरबीआई ने 2024-25 के लिए जारी किया सलाना रिपोर्ट

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है कि भारत वित्त वर्ष 2025-26 में भी सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा. इसकी वजह है मजबूत अर्थव्यवस्था की नींव, अच्छा बैंकिंग सिस्टम और टिकाऊ विकास (सस्टेनेबल ग्रोथ) के लिए सरकार की ओर से लगातार की जा रही कोशिशें.

30 मई को आएगा GDP डेटा

आरबीआई ने अपने रिपोर्ट में कहा, दुनिया में मौजूदा हालात जैसे आर्थिक उतार-चढ़ाव, युद्ध जैसे हालात, व्यापार में बाधाएँ, सप्लाई चेन की दिक्कतें और मौसम से जुड़ी अनिश्चितताएँ विकास में रुकावट डाल सकती हैं और महंगाई को बढ़ा सकती है. महंगाई को लेकर RBI ने कहा कि हाल के महीनों में महंगाई काबू में रही है, और उम्मीद है कि अगले एक साल में यह 4% के लक्ष्य के पास आ जाएगी. आरबीआई के मुताबिक, 2024-25 में भारत की जीडीपी की विकास दर 6.5% रही, जो थोड़ी धीमी थी, लेकिन फिर भी भारत सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था रहा है. सरकार 30 मई 2025 को 2024-25 वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही और पूरे साल के लिए जीडीपी आंकड़े जारी करेगी.

लोगों के खर्च करने की क्षमता बढ़ी

RBI ने बताया कि देश की अर्थव्यवस्था में मजबूती की वजह लोगों की खर्च करने की क्षमता में सुधार, निर्यात में बढ़ोतरी, सेवाओं के क्षेत्र में तेजी और कृषि उत्पादन में सुधार रही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025-26 में भी अर्थव्यवस्था की हालत अच्छी रहने की उम्मीद है. इसकी वजह है लोगों की बढ़ती खपत, सरकार का इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर और खर्चों पर नियंत्रण. RBI ने ये भी कहा कि विकास को बनाए रखने के लिए आर्थिक नीतियों को ऐसा बनाया जाना चाहिए जिससे अर्थव्यवस्था को सहारा मिले, साथ ही दुनिया में हो रहे तेज बदलावों पर नजर भी रखनी होगी. 2025-26 के लिए अनुमान है कि GDP की विकास दर 6.5% और महंगाई 4% रहेगी. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि सप्लाई चेन में सुधार, ग्लोबल दामों में गिरावट, अच्छी बारिश और जलाशयों में भरपूर पानी महंगाई को काबू में रखने में मदद करेंगे.

बैंकिंग फ्रॉड में बढ़ोतरी

आरबीआई ने अपना सलाना रिपोर्ट में कहा, 2024-25 में बैंक धोखाधड़ी के मामलों की संख्या तो कम हुई है, लेकिन उनमें शामिल रकम तीन गुना ज्यादा रही है. ज़्यादातर मामले डिजिटल पेमेंट से जुड़े थे. इस अवधि में कुल 23,953 फ्रॉड के मामले दर्ज हुए, जो पिछले साल से 34% कम है. लेकिन बैंक फ्रॉड की कुल रकम 36,014 करोड़ रुपये की रही है जो बीते साल के मुकाबले तीन गुना ज़्यादा है. बैंक फ्रॉड मामलों की संख्या में प्राइवेट बैंक आगे रहे, लेकिन रकम के मामले में सरकारी बैंकों को ज़्यादा नुकसान हुआ है. 

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