भारत में बेरोज़गारी दर पिछले छह साल में 2.2 से घट कर 1.4 प्रतिशत हुई: RBI

भारतीय रिजर्व बैंक ( RBI ) ने देश में रोज़गार के नए आंकड़े जारी करते हुए ये दावा किया है कि 2023-24 के दौरान भारत में 46.6 मिलियन नई नौकरियां पैदा हुई

Update: 2024-07-09 12:17 GMT

RBI Employment Data: भारतीय रिजर्व बैंक ( RBI ) ने देश में रोज़गार के नए आंकड़े जारी करते हुए ये दावा किया है कि 2023-24 के दौरान भारत में 46.6 मिलियन नई नौकरियां पैदा हुई. जिसके साथ ही 31 मार्च 2024 तक देश में रोज़गार पाने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 643.3 मिलियन हो गया है. ये आंकड़ा वित्तीय वर्ष 2023-24 का है. जबकि पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में ये आंकड़ा 596.7 मिलियन था. आईएएनएस के अनुसार, 2017-18 और 2021-22 के बीच औसतन 2 करोड़ नौकरियां सृजित हुईं, जबकि 2023-24 के दौरान ये संख्या दोगुनी से अधिक हो गयी. वहीँ लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी ने RBI के दावों पर सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने कहा है कि भारत की डेटा विश्वसनीयता बहुत कम होती जा रही है. मोदी का प्रचार और झूठ सच्चाई को नष्ट कर रहा है.

मुख्य इनपुट

आरबीआई के KLEMS डेटाबेस में मुख्यतौर पर पांच प्रमुख क्षेत्रों से लिए गए इनपुट को शामिल किया गया है, पूंजी, श्रम, ऊर्जा, सामग्री और सेवाएं.

ये डेटाबेस 27 उद्योगों के लिए बनाया गया है, जिन्हें मिलाकर कुल 6 क्षेत्र बनाए गए हैं, जो संपूर्ण अर्थव्यवस्था को कवर करते हैं.

आईएएनएस के अनुसार आरबीआई ने पहली बार वित्त वर्ष 24 में कुल अर्थव्यवस्था के लिए उत्पादकता का अनंतिम अनुमान लगाया है. ये श्रमिकों के शिक्षा स्तर के आधार पर अर्थव्यवस्था में श्रम की गुणवत्ता को दर्शाता है.

आंकड़ों के अनुसार, शिक्षा के स्तर और ऐज ग्रुप के अनुसार रोजगार में वृद्धि हुई है. बेरोजगारी दर वित्त वर्ष 2018 के 2.2 प्रतिशत से गिरकर वित्त वर्ष 2024 में 1.4 प्रतिशत हो गई है.


सेवा क्षेत्र

रोज़गार के अवसर प्रदान करने वालों में इस समय सेवा क्षेत्र ऐसा है, जो कृषि क्षेत्र से बाहर जाने वाले अधिकांश कार्यबल को आकर्षित कर रहा है. जबकि निर्माण क्षेत्र में रोज़गार पाने वालो की संख्या में कमी देखि गयी है. ये 2000-11 की अवधि के बिल्कुल विपरीत है, जब निर्माण क्षेत्र अधिकांश नौकरियां प्रदान कर रहा था.


सीताराम येचुरी ने उठाये सवाल

सीताराम येचुरी ने अपने 'X' हैंडल पर पोस्ट करते हुए RBI द्वारा जारी किये गए रोज़गार के आंकड़ों पर प्रश्न उठाये हैं. उन्होंने लिखा कि ''RBI का कहना है कि 2024 में नौकरियों में 6% की वृद्धि होगी! भारत की डेटा विश्वसनीयता बहुत कम होती जा रही है. मोदी का प्रचार और झूठ सच्चाई को नष्ट कर रहा है! CMIE का ये डेटा 2014 से बढ़ती बेरोजगारी के स्तर को दर्शाता है, जो 2024 में अपने उच्चतम स्तर - 9.2% पर पहुँच गया है!

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