ट्रंप के टैरिफ ऐलान से भारत को होगा फायदा या नुकसान! जानें ट्रेड एक्सपर्ट की राय

ट्रंप के टैरिफ ऐलान से भारत को होगा फायदा या नुकसान! जानें ट्रेड एक्सपर्ट की राय;

Update: 2025-04-05 10:06 GMT
नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप साथ में (फाइल फोटो)

US Tariff On India: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल 2025 को भारत समेत दुनियाभर के देशों पर यूएस में आने वाले इंपोर्ट पर भारी भरकम रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का एलान कर दिया. भारत से आने वाले आयातित वस्तुओं पर 26 फीसदी टैरिफ लगाया गया है. ट्रंप के इस फैसले के बाद दुनियाभर में ट्रेड वॉर की शुरुआत हो चुकी है. चीन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिका पर 34 फीसदी टैरिफ लगा दिया है तो कनाडा और मेक्सिको समेत, यूरोपीय यूनियन अमेरिका पर कितना टैरिफ लगाया जाए इसपर गंभीरतापूर्वक विचार कर रहे हैं.

WTO ने कहा है कि ट्रंप के इस फैसले के चलते ग्लोबल ट्रेड में 1 फीसदी की गिरावट आएगी. पर सवाल उठता है कि क्या भारत पर ट्रंप के इस फैसले का क्या असर पड़ेगा? भारत को इससे नुकसान होगा या फायदा? क्या एक्सपोर्ट्स की रफ्तार धीमी होगी या भारतीय अर्थव्यवस्था की गति पर ब्रेक लगेगा? ये सभी सवाल लोगों के मन में कौंध रहा है.

भारत पर ट्रंप के टैरिफ का कम होगा असर

दि फेडरल देश ने इसी को समझने के लिए फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट्स ऑर्गनाईजेशन (FIEO) के सीईओ और डीजी डॉ अजय सहाय से बात की. डॉ अजय सहाय ने बताया कि ट्रंप के इस फैसले का असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा हालांकि भारत पर इसका कम असर देखने को मिलेगा क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था घरेलू खपत पर निर्भर है. भारत से किया जाने वाला एक्सपोर्ट महत्वपूर्ण है लेकिन भारत अपने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए निर्यात पर निर्भर नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा कि 26 फीसदी भारत पर टैरिफ बहुत ज्यादा है जो पहले 3 फीसदी हुआ करता था. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप के इस फैसले के चलते अमेरिका में महंगाई बढ़ने का जोखिम है.

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भारत के लिए आपदा में अवसर

डॉ अजय सहाय के मुताबिक ट्रंप के टैरिफ एलान के चलते भारत से अमेरिका में आयातित वस्तुएं चीन, वियतनाम, बांग्लादेश और थाईलैंड के मुकाबले सस्ती होगी क्योंकि इन देशों पर भारत के मुकाबले ज्यादा टैरिफ लगाया गया है. हालांकि मरीन गुड्स और कार्पेट्स के एक्सपोर्ट में भारत को झटका लग सकता है क्योंकि इक्वाडोर और तुर्किए पर भारत के मुकाबले कम टैरिफ लगाया गया है. FIEO के सीईओ ने बताया कि, ग्लोबल ट्रेड के साथ ग्लोबल इकोनॉमी के लिए ये चुनौतीपूर्ण समय है. पूंजी लगातार निकलकर बाहर जा रहा है. करेंसी वैल्यू में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. अनिश्चितता बढ़ गई है और आने वाले दिनों में इसके और बढ़ने की आशंका है जो ग्लोबल ट्रेड के लिए अच्छा नहीं है पर भारत के लिए ये एक बड़ा अवसर लेकर आया है.

ट्रंप के टैरिफ प्लान से भारत को होगा फायदा!

उन्होंने बताया कि ट्रंप के टैरिफ वॉर से ग्लोबल डिमांड पर असर पड़ेगा पर भारत में इसका असर नहीं पड़ने की संभावना है. उदाहरण के लिए जो अमेरिकी कंपनियां चीन वियतनाम से गुड्स प्रॉक्योर कर रही है अब इन देशों पर इतना ज्यादा टैरिफ लगने के बाद ये कंपनियां इन देशों से प्रॉक्योर नहीं करने पर विचार कर सकती हैं जिसका सीधा फायदा भारत को होगा. डॉ अजय सहाय ने बताया कि कई अमेरिकी कंपनियों ने तो इन देशों में दिए गए प्रॉक्योरमेंट के ऑर्डर को होल्ड पर भी डाल दिया है. ये कंपनियां इस संभावना की तलाश कर रही हैं कि सस्ता आयात कहां से किया जा सकता है. ऐसे में ये कंपनियां भारत का रूख कर सकती हैं.

भारत को जवाबी कार्रवाई करने की जरूरत नहीं

डॉ अजय सहाय ने बताया कि भारत अमेरिका के साथ द्विपक्षीय ट्रेड पर बात कर रहा है जिसमें 2030 तक ट्रेड को मौजूदा 200 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर करने की योजना है. उन्होंने बताया कि सितंबर 2025 तक भारत-अमेरिका के बीच इसे लेकर समझौता हो जाने की उम्मीद है. इसका भारत को जबरदस्त फायदा होगा ऐसे में ट्रंप के टैरिफ लगाने की घोषणा को लेकर भारत को जवाबी कार्रवाई करने की दरकार नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत के अमेरिका के रिश्ते बेहद अच्छे हैं जिसका हमें आने वाले दिनों में फायदा ही होगा. 

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