IITF से चुराया गया 50 मिलियन साल पुराना जीवाश्म, दिल्ली पुलिस ने किया बरामद
दिल्ली पुलिस का दावा है कि आरोपी ने ये जीवाश्म बाज़ार में महंगी कीमत पर बेचने के इरादे से चोरी किया था. दिल्ली पुलिस ने आरोपी को नॉएडा से गिरफ्तार, जीवाश्म को अंग्रेजी में फॉसिल कहते हैं, जो हजारों लाखों साल इ प्रक्रिया के बाद तैयार होता है.
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-11-26 17:50 GMT
50 Million Years Old Fossil Theft: दिल्ली में आयोजित होने वाले भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) में 50 मिलियन साल पुराना गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म चोरी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना खनन मंत्रालय के स्टॉल से जुड़ी हुई है, जहां से यह अनमोल जीवाश्म चोरी किया गया था।
आईआईटीएफ पुलिस टीम ने घटना के तुरंत बाद कार्रवाई शुरू की। IITF के डीसीपी सुमित कुमार झा के अनुसार 21 नवंबर को भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) के कर्मचारियों ने खनन मंत्रालय के मंडप से गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म चोरी होने की सूचना दी। इसके बाद, पुलिस ने बीएनएस धारा 303 (2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
क्या होता है जीवाश्म
जीवाश्म, पृथ्वी पर कभी जीवित रहे जीवों के अवशेष या उनके द्वारा बनाए गए निशान होते हैं. ये अवशेष चट्टानों की परतों या पृथ्वी की सतहों पर पाए जाते हैं.
100 से ज्यादा CCTV कैमरों की फुटेज की गई चेक
जांच की जिम्मेदारी IITF के एसएचओ इंस्पेक्टर राजेश कुमार के नेतृत्व में बनाई गई एक विशेष टीम को सौंपी गई। टीम ने घटनास्थल और आस-पास के स्टॉलों के 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। तकनीकी सहायता से आरोपी की पहचान की गई और उसे नोएडा में ट्रैक किया गया। इसके बाद, पुलिस ने सेक्टर 22, नोएडा में छापेमारी कर मनोज कुमार मिश्रा (49) नामक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से कड़ी पूछताछ करने पर उसने चोरी की घटना को स्वीकार किया। पुलिस ने उसके पास से चुराया गया गैस्ट्रोपॉड जीवाश्म भी बरामद कर लिया।
महंगी कीमत पर बहकने के इरादे से चोरी किया था जीवाश्म
पुलिस का दावा है कि आरोपी मनोज कुमार मिश्रा ने पूछताछ में ये खुलासा किया है कि उसने इस जीवाश्म को उच्च मूल्य पर बेचने के उद्देश्य से चोरी किया था। फिलहाल, आरोपी का कोई पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि इस प्रकार की चोरी की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।