आखिर कौन कर रहा था रान्या राव की मदद? तस्कर सिंडिकेट या पुलिस! तलाश जा रहा जवाब
Ranya Rao को 14.8 किलोग्राम सोने की तस्करी के आरोप में केंम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद से एक हाई-प्रोफाइल जांच शुरू की गई है.;
Kannada actress Ranya Rao arrest: बेंगलुरु हवाई अड्डे पर कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव की गिरफ्तारी ने एक बड़े तस्करी नेटवर्क के संबंध में कई अहम सवाल खड़े कर दिए हैं. रान्या पर आरोप है कि उन्होंने सोने की तस्करी की थी. इस मामले में अब जांच एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या वह अकेली थीं या उनके साथ कोई और व्यक्ति शामिल था. इसके अलावा यह भी जांच की जा रही है कि क्या वह किसी तस्करी सिंडिकेट का हिस्सा थीं. राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला मानते हुए उनकी आगे की पूछताछ के लिए हिरासत की मांग की है.
पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने अदालत में कहा कि यह मामला गंभीर है. कई सवालों के जवाब मिलने बाकी हैं. जैसे कि रान्या की मदद कौन कर रहा है? क्या वह किसी बड़े तस्करी सिंडिकेट का हिस्सा हैं? इस मामले की गहरी जांच जरूरी है. उन्होंने अदालत से 9 मार्च से तीन दिन की हिरासत की मांग की.
गिरफ्तारी और तस्करी के प्रमाण
रान्या राव को 14.8 किलोग्राम सोने की तस्करी के आरोप में केंम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (KIA) पर गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद से एक हाई-प्रोफाइल जांच शुरू की गई है, जिसमें उनकी व्यापक अंतरराष्ट्रीय यात्रा को भी खंगाला जा रहा है. DRI ने यह खुलासा किया है कि रान्या ने दुबई में 27 बार यात्रा की और 45 से अधिक देशों का दौरा किया, जो उनके बार-बार यात्रा करने को लेकर शक पैदा करता है.
इसके अलावा, रान्या के बेंगलुरु स्थित लग्जरी लैवेल रोड अपार्टमेंट में छापे के दौरान 2.1 करोड़ रुपये के डिजाइनर गोल्ड आभूषण और 2.7 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए, जिससे कुल बरामदगी 17.3 करोड़ रुपये तक पहुंच गई. सूत्रों के अनुसार, यह आभूषण एक प्रमुख राजनेता के निर्देश पर प्राप्त किए गए थे. हालांकि, अधिकारियों ने अभी तक किसी भी नाम का खुलासा नहीं किया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, यह आभूषण शहर के एक प्रतिष्ठित डिजाइनर स्टोर से खरीदे गए थे.
रान्या का कनेक्शन और गिरफ्तारी
रान्या, जो कि कर्नाटक राज्य पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के डीजीपी रामचंद्र राव की बेटी हैं, पहले से ही DRI की निगरानी में थीं. अधिकारियों को उनके सोने की तस्करी में शामिल होने की खुफिया जानकारी मिली थी. एक सूचना पर कार्रवाई करते हुए, DRI की टीम KIA पर तैनात थी और रान्या को उनकी एमीरेट्स फ्लाइट के आने से दो घंटे पहले गिरफ्तार किया. सोने की छड़ों को वह अपने शरीर से बंधे बेल्ट में छिपाकर लाने की कोशिश कर रही थीं. उन्हें तुरंत हिरासत में लिया गया.
न्यायिक हिरासत और जमानत
रान्या को 4 मार्च को विशेष वित्तीय अपराध न्यायालय में पेश किया गया, जहां न्यायाधीश ने उन्हें 18 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उनके वकीलों ने जमानत की मांग की, यह तर्क देते हुए कि उन्हें देर रात बिना DRI के हिरासत की मांग किए न्यायाधीश के सामने पेश किया गया. हालांकि, DRI ने उनकी रिहाई का विरोध करते हुए सोने के स्रोत, भुगतान विधियों और एक बड़े तस्करी नेटवर्क से जुड़े संभावित कनेक्शन को ट्रेस करने की आवश्यकता पर जोर दिया.
पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने कहा कि यह मामला गंभीर सवाल उठाता है. रान्या को कौन समर्थन दे रहा है? क्या वह किसी बड़े सिंडिकेट का हिस्सा हैं? राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संभावित खतरे को देखते हुए, एक गहरी जांच जरूरी है.
मेडिकल परीक्षण और जांच की दिशा
न्यायिक हिरासत में भेजे जाने से पहले रान्या का बावरिंग अस्पताल में मेडिकल परीक्षण किया गया. पूछताछ के दौरान, रान्या ने यह दावा किया कि उनकी दुबई यात्राएं व्यापारिक उद्देश्य के लिए थीं. लेकिन अधिकारियों का मानना है कि वह एक संगठित तस्करी ऑपरेशन का हिस्सा थीं. जांच के आगे बढ़ने के साथ, अधिकारी उनके वित्तीय रिकॉर्ड और एक संभावित सोने की तस्करी सिंडिकेट से उनके संबंधों का विश्लेषण कर रहे हैं, ताकि इस मामले में सभी पहलुओं की स्पष्टता आ सके.