स्कूलों के बाद अब अस्पतालों और एअरपोर्ट को मिले बम की धमकी वाले ईमेल
वीपीएन तकनीक के चलते पुलिस के हाथ नहीं लग पा रहा असल आरोपियों का सुराग वीपीएन की मदद से फर्जी आईपी एड्रेस और सर्वर का करते हैं इस्तेमाल
दिल्ली के 20 से अधिक अस्पतालों, आईजीआई एयरपोर्ट समेत उत्तर-रेलवे की सीपीआरओ बिल्डिंग को बम से
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर बम धमाके से दहलाने वाले ईमेल से अफरातफरी मच गयी. इस बार बम से उड़ाने की धमकी अस्पतालों, आईजीआई एअरपोर्ट और उत्तर रेलवे के सीपीआरओ बिल्डिंग के लिए आई. पुलिस से अब तक मिली जानकारी के अनुसार अलग अलग जिलों में स्थित अस्पतालों को धमकी भरे ईमेल आये हैं. पुलिस ने फायर विभाग के साथ मिलकर सघन तलाशी अभियान चलाया लेकिन कहीं कुछ संदिग्ध नहीं मिला. राहत के साथ साथ पुलिस के सामने सबसे बड़ा चैलेंज ऐसी ईमेल भेजने वालों का पता लगाना है, जो वीपीएन तनिक का सहारा ले रहे हैं और इसी वजह से पुलिस को उनके असली सर्वर, आईपी एड्रेस आदि का पता नहीं लग पा रहा है.
शरारत या साजिश
सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर ऐसे ईमेल के पीछे क्या मकसद हो सकता है. क्या सिर्फ शरारत या फिर कोई सोची समझी साजिश. कुछ दिनों पहले ही स्कूलों को मिले धमकी भरे ईमेल के मामले में गृह मंत्रालय ने भी संज्ञान लेते हुए एनाईऐ आदि अजेंसियो को सतर्क रहने के लिए कहा था.
इस बार भी यूरोप के सर्वर से भेजा गया मेल
पुलिस का कहना है कि अभी तक की जाँच में पता चला है कि धमकी भरा ईमेल courtgroup03@beeble.com से भेजा गया था. इसका सर्वर यूरोप में बताया गया है. माना जा रहा है कि मेल भेजने में वीपीएन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, इसलिए असली सर्वर कहाँ का हिया ये अभी पता नहीं चल सका है.
इन अस्पतालों को मिले धमकी भरे ईमेल
दिल्ली पुलिस के अनुसार जिन अस्पतालों के लिए धमकी आई उनमे मंगोलपुरी में स्थित संजय गाँधी अस्पताल, दिलशाद गार्डन स्थित गुरु तेग बहादुर अस्पताल, दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट, बाड़ा हिन्दू राव अस्पताल, बुराड़ी में स्थित सरकारी अस्पताल समेत कुल २० अस्पतालों को धमकी भरा मेल आया. मेल में अंग्रेजी में लिखा था कि इमारत में बम रख दिया है, कुछ ही घंटों में ब्लास्ट होगा. जैसे ही धमकी भरी ईमेल की जानकारी पुलिस को मिली तुरंत ही फायर विभाग को जानकारी दिग गयी. साथ ही डॉग स्क्वाड, बम डिटेक्शन टीम आदि के दस्ते मौके पर भेजे गए.आईजीआई एअरपोर्ट पर भी सघन तलाशी अभियान चलाया गया लेकिन वहां भी कुछ नहीं मिला.
कुछ संदिग्ध सामान नहीं मिला
पुलिस के अनुसार काफी देर तक सघन तलाशी अभियान चलाया गया लेकिन कहीं कुछ संदिग्ध नहीं मिला. जिसके बाद इन कॉल को होक्स करार दिया गया.
दोपहर के 3 से 4 बजे के बीच आये धमकी भरे ईमेल
पुलिस का कहना है कि ये धमकी भरे ईमेल अपराह्न् 3 से 4 बजे के बीच अस्पताल प्रशासन के ईमेल आईडी पर आये थे, जिसके बाद अस्पताल की तरफ से पुलिस को जानकारी दी गयी.
स्पेशल सेल को भी दी जानकारी
दिल्ली पुलिस के अनुसार इन ईमेल की जानकारी स्पेशल सेल को भी दी गयी है. ईमेल का कंटेंट और उसका सर्वर आईडी भी साझा किया गया है. पुलिस का कहना है कि ये जिस किसी की भी साजिश है, उसका मुख्य मकसद ध्यान भटकना और अफरातफरी का माहौल पैदा करना है. वीपीएन तकनीक का सहारा लेकर भ्रामक आईपी एड्रेस और सर्वर के माध्यम से ईमेल भेजे गए हैं. स्पेशल सेल स्कूलों को मिले धमकी भरे ईमेल मामले में दर्ज एफआईआर की जाच कर रही है. उसमें भी अभी तक पुलिस को कोई ठोस कामयाबी हाथ नहीं लग पाई है. सूत्रों का कहना है कि उसमें रूसी सर्वर के एड्रेस से मेल आये थे.
दिल्ली एनसीआर के 200 से अधिक स्कूलों को भी उड़ाने के आये थे ईमेल
ज्ञात रहे कि कि दिल्ली-एनसीआर के 200 से अधिक स्कूलों को 1 मई की अल सुबह`धमकी भरे ई-मेल मिले थे, जिनमें दावा किया गया था कि स्कूलों में बम है. इसके बाद बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया. स्कूल से बच्चों को बाहर निकालने और उनके अभिभावकों को बुलाने के क्रम में पुरे दिल्ली एनसीआर में अफरा तफरी मच गई.