पेन चुराने की डरावनी सजा; कर्नाटक के एक आश्रम से दिल दहला देने वाला मामला आया सामने
पेन चुराने के आरोप में कक्षा तीन में पढने वाले छात्र को बुरी तरह पीटने के बाद तीन दिन तक कमरे में रखा बंद. छात्र के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आश्रम प्रभारी पर मामला दर्ज
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-08-05 05:53 GMT
Child abuse in Ashram: कर्नाटक के एक आश्रम के प्रभारी पर कक्षा तीन में पढ़ने वाले एक छात्र को पीटने के बाद तीन दिनों तक कमरे में बंद करने के आरोप लगे हैं. सबसे हैरानी की बात ये है कि बच्चे का कसूर सिर्फ एक पेन चुराना था, जिसके लिए उसे ये डरावनी सजा दी गयी. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और जाँच की जा रही है.
ये मामला तब प्रकाश में आया जब बच्चे के परिवार ने रविवार (4 अगस्त) को आवासीय विद्यालय के प्रभारी वेणुगोपाल और उनके सहयोगियों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया.
इंडिया टुडे के अनुसार, तीसरी कक्षा के इस छात्र ने आरोप लगाया कि शिक्षक वेणुगोपाल और दो अन्य बड़े छात्रों ने उसे लकड़ी से मारा और जब लकड़ी टूट गई तो उसे सजा देने के लिए बल्ले से पीटा गया. इतने पर भी इस लोगों का मन नहीं भरा तो उसे 3 दिनों के लिए एक कमरे में बंद कर दिया गया.
छात्र ने ये भी बताया कि उसके कुछ सहपाठियों ने उस पर पेन चोरी का आरोप लगाया था. जब छात्र ने इस आरोप से इनकार किया तो ये बात आश्रम के प्रभारी को दी गयी. इसके बाद प्रभारी ने इस छात्र को सजा के तौर पर इस तरह से प्रताड़ित किया.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, छात्र ने पुलिस को बताया, "उन्होंने मेरे शरीर पर कट भी लगाए. वे मुझे यागदिर रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने के लिए ले गए, लेकिन मुझे कोई पैसा नहीं मिला."
रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़के को आंखों में सूजन सहित कई चोटें आई हैं और फिलहाल उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
छात्र की माँ, जिन्होंने आर्थिक तंगी के कारण उसे और उसके बड़े भाई को आश्रम में रहने और पढ़ने के लिए भेजा था, को इस घटना के बारे में तब पता चला जब वो हाल ही में रामकृष्ण आश्रम गई थी. उसने बताया कि उसके बड़े बेटे, जो कक्षा 5 में पढ़ता है, ने उसे अपने भाई के साथ हुई इस घटना के बारे में बताया, जिसके बाद उसने अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.
छात्र की माँ ने ये भी कहा कि उनका बीटा पेन चोरी नहीं कर सकता.