साइबर फ्रॉड पर शिकंजा :ट्रांसनेशनल साइबर फ्रॉड गिरोह पर दिल्ली पुलिस का बड़ा छापा

IFSO दिल्ली पुलिस ने द्वारका के होटल से चल रहे अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड नेटवर्क का पर्दाफाश किया, 10,423 ट्रांजैक्शन में ₹5.24 करोड़ की ठगी उजागर।

Update: 2025-12-13 08:52 GMT

Cyber Crime : दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूज़न एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) यूनिट ने एक बड़े ट्रांसनेशनल साइबर क्राइम सिंडिकेट का खुलासा करते हुए 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह दिल्ली से गुप्त रूप से ऑपरेट हो रहा था और साइबर फ्रॉड के लिए बैंक खातों, हवाला और क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल कर रहा था।


द्वारका के होटल से हो रहा था साइबर फ्रॉड

डीसीपी विनीत कुमार के अनुसार 26 नवंबर 2025 को IFSO, स्पेशल सेल को पुख्ता खुफिया सूचना मिली कि कुछ लोग द्वारका, नई दिल्ली के एक होटल से साइबर फ्रॉड के लिए बैंक अकाउंट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। सूचना की पुष्टि के बाद IFSO टीम ने तत्काल रेड की और चार आरोपियों को एक ही होटल रूम से पकड़ा।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हुई

सुल्तान सलीम शेख (पालघर, महाराष्ट्र)

सैयद अहमद चौधरी (बेंगलुरु, कर्नाटक)

सतीश कुमार (भिवंडी, ठाणे, महाराष्ट्र)

तुषार मालिया (शाहदरा, दिल्ली)

पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये आरोपी लगातार होटल और ठिकाने बदलते थे, ताकि कानून एजेंसियों से बच सकें।

Axis Bank अकाउंट से 5 दिन में 10,423 ट्रांजैक्शन

पुलिस का दावा है कि पूछताछ में आरोपी सुल्तान सलीम शेख ने कबूल किया कि उसने Axis Bank Ltd में एक करंट अकाउंट खुलवाया था। अकाउंट खुलवाने के बदले उसे 25% कमीशन का लालच दिया गया। एक नया Motorola मोबाइल फोन भी दिया गया।

ट्रांजैक्शन डिटेल्स उसके बेटे के जरिए ई-मेल से भेजी जाती थीं

जांच में सामने आया कि अकाउंट 21 से 26 नवंबर 2025 के बीच सक्रिय रहा। कुल 10,423 ट्रांजैक्शन हुए। कुल रकम ₹5,24,22,773 (₹5.24 करोड़) रही।

अकाउंट में शुरुआती जमा सिर्फ ₹25,421 था।

पुलिस के अनुसार यह अकाउंट पूरी तरह साइबर फ्रॉड के लिए इस्तेमाल हो रहा था।

FIR दर्ज, BNS की धाराओं में केस

तथ्यों के आधार पर FIR संख्या 292/25 दिनांक 27.11.2025 थाना स्पेशल सेल में दर्ज की गयी। जिसमें BNS की धारा 112 और 61
के तहत मामला दर्ज किया गया।

पूरे नेटवर्क का खुलासा, 5 और आरोपी गिरफ्तार

पहले चार आरोपियों की जानकारी के आधार पर IFSO ने गिरोह के पांच अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया

शिवम (झरोदा कलां, दिल्ली)

सुनील (बेगमपुर, दिल्ली)

प्रभु दयाल (डीडवाना, राजस्थान)

तरुण शर्मा (सीकर, राजस्थान)

सुरेश कुमार कुमावत (नागौर, राजस्थान)

हवाला + क्रिप्टो से होती थी मनी लॉन्ड्रिंग

जांच में सामने आया कि आरोपी सुरेश कुमार कुमावत गिरोह का मुख्य लिंक था। वही बैंक अकाउंट सप्लायर्स और साइबर फ्रॉड किंगपिन के बीच सेतु का काम करता था।

मनी लॉन्ड्रिंग का तरीका:

बैंक से पैसा निकाला जाता

कैश हवाला ऑपरेटर्स को दिया जाता

बदले में USDT क्रिप्टो ट्रांसफर होती

उसके घर से तलाशी में कई चेकबुक और ATM कार्ड, बैंक डॉक्यूमेंट्स, बेंगलुरु पुलिस का BNSS 35(3) नोटिस भी मिला।

बरामद सामान

12 मोबाइल फोन (जिसमें चैट्स, ट्रांजैक्शन और लिंक मिले)

कई बैंकिंग दस्तावेज

ATM कार्ड और चेकबुक

पुलिस का ऑपरेशन 

इस ऑपरेशन को अंजाम देने वाली IFSO टीम में शामिल थे इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह, W/SI नितेश शर्मा, SI मनजीत महला, SI कपिल यादवांशी, ASI नीरज पांडे, ASI अजीत, HC करमपाल, HC अभिषेक सिंह मल्हान, Ct जितेंद्र, Ct अखिल राज आदि।

ऑपरेशन की निगरानी

ACP उद्यम सिंह, ACP विवेकानंद झा और समग्र निर्देशन DCP विनीत कुमार (IFSO) का रहा।

जांच अभी जारी

दिल्ली पुलिस ने साफ किया है कि डिजिटल फॉरेंसिक जांच की जा रही है। आगे की रेड, हवाला नेटवर्क और विदेश बैठे मास्टरमाइंड्स को पकड़ने की कार्रवाई अब भी जारी है।


Tags:    

Similar News