Delhi Triple Murder: सामने आया रूह कंपा देने वाला सच, शातिराना तरीके से बेटे ने उजाड़ा घर
दक्षिण दिल्ली के नेब सराय इलाके में हुए सनसनीखेज तिहरे हत्याकांड को पुलिस ने कुछ ही घंटों में सुलझाने का दावा किया है.;
Delhi sensational triple murder case: दक्षिण दिल्ली के नेब सराय इलाके में हुए सनसनीखेज तिहरे हत्याकांड को पुलिस ने कुछ ही घंटों में सुलझाने का दावा किया है. पुलिस का दावा है कि घर के ही चिराग ने इस जघन्य घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने इस मामले में मृतक दंपत्ति के 20 वर्षीय बेटे को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान अर्जुन तंवर के तौर पर हुई है और वह दिल्ली यूनिवर्सिटी का छात्र है.
आरोपी के पिता एक सेवानिवृत्त सेना अधिकारी थे और वह अपने पिता, मां और बहन के साथ नेब सराय स्थित घर पर रहता था. वारदात के दिन उसके माता-पिता की शादी की सालगिरह थी. पुलिस का कहना है कि उसने यह हत्या संपत्ति विवाद और पारिवारिक नाराजगी को लेकर की थी.
पुलिस का कहना है कि अर्जुन ने अपराध की सावधानीपूर्वक योजना बनाई थी. यहां तक कि उसने निर्दोष होने का नाटक करके अधिकारियों को गुमराह करने का भी प्रयास किया था. जांचकर्ताओं के अनुसार, अर्जुन को विश्वास था कि उसके पिता राजेश कुमार (51) अपनी पारिवारिक संपत्ति अपनी बहन कविता (23) के नाम करने की योजना बना रहे थे. अर्जुन की मुक्केबाजी में दिलचस्पी थी. लेकिन उसके पिता नहीं चाहते थे कि वह मुक्केबाज बने. इसके साथ ही पिता द्वारा बार-बार सार्वजनिक अपमान ने उसके गुस्से को भड़का दिया था.
सुनियोजित वारदात
अर्जुन ने अपनी नियमित दिनचर्या का पालन किया. सुबह 5.30 बजे दौड़ने के लिए निकल गया, ताकि सामान्य स्थिति का दिखावा कर सके. वापस लौटने पर, वह अपने जिम में गया और मालिक को बताया कि उसके माता-पिता की हत्या कर दी गई है. फिर उसने संदेह को दूर करने के लिए पड़ोसियों और रिश्तेदारों को सूचित किया. हालांकि, पुलिस जांच में उसके बयान में विसंगतियां सामने आईं.
अपराध का तरीका
राजेश का बेजान शरीर ऊपर की मंजिल पर मिला. जबकि उसकी पत्नी कोमल (46) और बेटी कविता ग्राउंड फ्लोर पर अलग-अलग कमरों में मिलीं. पीड़ितों के शरीर पर भयानक चोटें थीं. गला कटा हुआ, चाकू के कई घाव. उनके गले में कपड़े डाले गए थे, संभवतः खून के बहाव को रोकने के प्रयास में. कथित तौर पर अर्जुन ने अपनी बहन के साथ हत्या की होड़ शुरू की, जिसने जवाबी हमला करने की कोशिश की, जैसा कि उसके शरीर पर चोटों से पता चलता है. इसके बाद वह अपने पिता के पास गया और सोते हुए उन पर हमला कर दिया. अंत में, उसकी मां, जो शौचालय गई थी, वापस लौटते समय घात लगाकर हमला किया गया. अर्जुन ने हत्याओं को अंजाम देने के लिए अपने पिता के आर्मी चाकू का इस्तेमाल किया. एक ऐसा हथियार जिसे उसकी घातक सटीकता के लिए चुना गया था.
ट्रेंड मुक्केबाज
अर्जुन राजनीति विज्ञान का छात्र और एक प्रशिक्षित मुक्केबाज था. उसने दिल्ली का प्रतिनिधित्व करते हुए रजत पदक जीता था. वह अपने परिवार के प्रति गहरी द्वेष रखता था. वह अपने पिता से इस बात से नाराज था कि उसकी बहन का समर्थन कर रहे थे, जो मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रही थी और अक्सर उसकी पढ़ाई और दिनचर्या को लेकर उसे डांटते थे. पुलिस ने खुलासा किया कि अर्जुन उपेक्षित और अलग-थलग महसूस करता था. उसे यह भी शक था कि उसके पिता उनकी संपत्ति उसकी बहन को सौंपने की योजना बना रहे थे. सार्वजनिक रूप से शारीरिक फटकार सहित अर्जुन के साथ राजेश के व्यवहार ने उसके गुस्से को और बढ़ा दिया था.