Delhi Trippel Murder : बेटा ही निकला माँ - बाप और बहन का हत्यारा
दिल्ली पुलिस का दावा है कि अर्जुन पिता की मार और डांट से काफी गुस्सा था. उसने अपने माता पिता की शादी की सालगिरह के दिन ही उनकी हत्या कर दी. बहन को इसलिए मारा क्योंकि उसे लगता था कि पिता सारी सम्पति बहन के नाम करने जा रहे हैं.
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-12-04 16:35 GMT
Nebsarai Trippel Murder Case : दक्षिण दिल्ली के नेब सराय इलाके में हुए सनसनीखेज तिहरे हत्याकांड को पुलिस ने कुछ ही घंटों में सुलझाने का दावा किया है। पुलिस का दावा है कि इस हत्याकांड में कोई बाहरी व्यक्ति शामिल नहीं था बल्कि घर के ही चिराग ने इस जघन्य घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने इस मामले में दम्पति के 20 वर्षीय बेटे अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि अर्जुन ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है, क्योंकि अर्जुन के पिता लगातार उसे डांटा करते थे और कुछ दिन पहले ही उन्होंने बाहर के लोगों के सामने ही अर्जुन की पिटाई भी की थी।
माता पिता की शादी की सालगिरह पर ही कर दी उनकी हत्या
पुलिस का दावा है कि कुछ दिन पहले ही अर्जुन को ये भी पता चला था कि उसके पिता सारी सम्पति उसकी बहन कविता के नाम करने जा रहे हैं। इसी बात से अर्जुन काफी गुस्से में था और इसी गुस्से ने उसे इस कदर पागल कर दिया कि उसने अपने ही माता-पिता और बहन को मौत के घाट उतार दिया। सबसे चौकाने वाली बात ये है कि उसने इस वारदात को अंजाम देने के लिए अपने माता-पिता की शादी की सालगिरह का दिन ही चुना।
घटना के मुख्य तथ्य:
1. हत्या की सूचना:
4 दिसंबर की सुबह 6:53 बजे पुलिस को तीन व्यक्तियों के घायल होने की पीसीआर कॉल मिली।
मौके पर पहुंचने पर राजेश कुमार (51), उनकी पत्नी कोमल (46), और बेटी कविता (23) को खून से लथपथ पाया गया।
मामला एफआईआर संख्या 465/2024 यू/एस 103 (1) बी.एन.एस. के तहत दर्ज किया गया।
2. पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
डीसीपी (दक्षिण जिला) अंकित चौहान की देखरेख में एक विशेष टीम बनाई गई।
सीसीटीवी फुटेज, फॉरेंसिक साक्ष्य और गहन पूछताछ के माध्यम से मामले की जांच की गई।
सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को जब खंगाला गया तो पाया कि कोई भी बाहरी व्यक्ति न तो घर से बाहर निकला है और न ही घर में प्रवेश करता हुआ दिखा है। इसी बात पर पुलिस का शक अर्जुन पर गहरा गया।
3. बेटे की भूमिका उजागर:
अर्जुन ने शुरू में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन लगातार पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार कर लिया।
उसने हत्या की योजना पहले से बना ली थी और अपनी बहन की जगह संपत्ति के विवाद को मुख्य कारण बताया।
4. हत्या का उद्देश्य:
अर्जुन ने बताया कि उसके पिता, जो पूर्व सैनिक थे, उसे अक्सर डांटते और अपमानित करते थे। पिता के संपत्ति बहन के नाम करने की जानकारी ने उसे गुस्से में आकर यह कदम उठाने को प्रेरित किया।
4 दिसंबर को, जो उसके माता-पिता की शादी की सालगिरह थी, उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
आरोपी का परिचय:
अर्जुन, 20 वर्षीय, दिल्ली विश्वविद्यालय में बी.ए. द्वितीय वर्ष का छात्र।
प्रशिक्षित मुक्केबाज और दिल्ली राज्य का रजत पदक विजेता।
आर्मी पब्लिक स्कूल, धौला कुआँ का पूर्व छात्र।