फरीदाबाद में सनसनीखेज दहेज कांड: ससुरालवालों ने बहू की हत्या कर शव को घर के बाहर गड्ढे में छुपाया
ससुरालवालों पर आरोप है कि उन्होंने करीब दो महीने तक इस जघन्य अपराध को छुपाए रखा और अपनी बहू की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।;
हरियाणा के फरीदाबाद में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है। जहां टन्नू कुमार नाम की एक महिला की कथित रूप से उसके ससुराल वालों ने हत्या कर दी और शव को घर के बाहर गड्ढे में दफना दिया।
करीब दो महीने तक उन्होंने इस अपराध को छुपाए रखा और महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। टन्नू के पिता हकीम को तब शक हुआ जब उन्होंने घर के बाहर एक ताजा ढका हुआ गड्ढा देखा, लेकिन उनका दावा है कि पुलिस ने उनकी शिकायतों को शुरुआत में नजरअंदाज कर दिया।
क्या हुआ था
पुलिस जांच में सामने आया है कि 23 अप्रैल को अरुण सिंह और उसके पिता भूप सिंह ने अपने घर के बाहर एक 10 फुट गहरा गड्ढा खुदवाने के लिए जेसीबी मंगवाई।
अगले दिन एक मिस्त्री से गड्ढा भरवाया गया और उसके बाद टन्नू की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। रिपोर्ट में उसे मानसिक रूप से अस्वस्थ बताया गया था।
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद की रहने वाली टन्नू कुमार की शादी दो साल पहले फरीदाबाद के रोशन नगर निवासी अरुण सिंह से हुई थी।
परिवार पर आरोप
पल्ला पुलिस स्टेशन में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है भूप सिंह (मैनपुरी, यूपी), उनकी पत्नी सोनिया, बेटा अरुण सिंह और बेटी काजल। सूत्रों के अनुसार, भूप सिंह और अरुण सिंह पुलिस हिरासत में हैं और पूछताछ जारी है।
टन्नू के पिता हकीम ने बताया कि शादी के बाद उनकी बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया गया, जिससे वह एक साल तक मायके में रही। पंचायत की मध्यस्थता से वह फरीदाबाद लौटी, लेकिन उत्पीड़न जारी रहा।
जब उन्हें बेटी की गुमशुदगी की खबर मिली, तो वह अपनी दूसरी बेटी प्रीति के साथ भूप सिंह के घर पहुंचे, जहां उन्हें गड्ढे को देख कर शक हुआ। उन्होंने कई बार पुलिस से जांच की मांग की, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई।
शव की बरामदगी
शुक्रवार सुबह नायब तहसीलदार जसवंत सिंह की मौजूदगी में उस गड्ढे की खुदाई की गई, जिसमें टन्नू के अवशेष बरामद हुए। मीडिया रिपोर्ट्स में फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता के हवाले से बताया गया है कि बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। पोस्टमॉर्टम के बाद टन्नू का शव बदरपुर के बादशाह खान सिविल अस्पताल से परिजनों को सौंप दिया गया।