जानिये फ्लाइट से गहने चुराने वाले को जिसने कर दिया था पुलिस की नाक में दम

बुजुर्ग और अकेली महिलाएं व बुजुर्ग रहते थे निशाने पर - मृत भाई के नाम पर एयर टिकट बुक करवा कर करता था यात्रा - पिछले 1 साल में की 200 हवाई यात्रायें

Update: 2024-05-14 05:31 GMT


उडती चिड़िया के पर गिनने वाले तो सुने होंगे लेकिन क्या सुना है उड़ती फ्लाइट में गहने चुराने वाले के बारे में. ये शख्स पिछले 1 साल में देश भर में 200 हवाई यात्रा कर चुका था. ये इतना शातिर है कि फ्लाइट की टिकेट अपने नाम पर नहीं बल्कि अपने मृत भाई के नाम पर बुक करवाता था, ताकि इसकी असली पहचान उजागर न हो. उसके निशाने पर रहती थीं वो उम्र दराज महिलाये जो फ्लाइट में अकेले सफर कर रही होतीं और विदेश जा रही होती थीं. ये किसी तरह से उन महिलाओं के पास वाली सीट ले लेता और फिर फ्लाइट में चढ़ते/उतारते समय उनकी कीमती चीजों पर हाथ साफ़ कर लेता था. पुलिस का कहना है कि ये ठग कभी ट्रेन के ऐसी कोच में चोरी करता था और अब इसने फ्लाइट में वारदात को अंजाम देना शुरु कर दिया.

ये थीं वारदात

आईजीआई एअरपोर्ट की डीसीपी उषा रंग्नानी ने बताया कि आरोपी का नाम राजेश कपूर है.उसकी उम्र 40 साल है. वो पहाड़गंज में रहता है. उसका अपना गेस्ट हाउस भी है. राजेश कपूर बहुत शातिर है. वो फ्लाइट में चोरी करने की कई सनसनी खेज वारदातों को अंजाम दे चुका था. आईजीआई एअरपोर्ट पुलिस को हैदराबाद से आई एक महिला ने शिकायत कर बताया कि उन्हें अमेरिका जाना है. वो फ्लाइट से हैदराबाद से आई हैं लेकिन यहाँ जब दिल्ली एअरपोर्ट पर उतरी तो हैंडबैग में रखी ज्वेलरी चोरी हो चुकी थी. जिसकी कीमत लगभग 7 लाख रूपये थी. आईजीआई एअरपोर्ट पुलिस ने इस बाबत जीरो एफआईआर दर्ज की.

दूसरी वारदात फरवरी महीने की थी. अमेरिका के नागरिक वरिंदरजीत सिंह ने बताया कि वो अमृतसर से दिल्ली फ्लाइट से आये, यहाँ से उन्हें अमेरिका की फ्लाइट लेनी थी. लेकिन जब अमृतसर से आई फ्लाइट से उतरे तो उनके हैंडबैग में रखे 20 लाख रूपये के आभूषण चोरी थे.

ऐसी ही दो और शिकायते पुलिस को मिली थीं, जिनमे लगभग 60 लाख रूपये के गहने चुराए गए थे.

कैसे पकड़ा गया

पुलिस ने तमाम वारदातों को ध्यान में रखते हुए हैदराबाद, चंडीगढ़, अमृतसर आदि एअरपोर्ट की सीसीटीवी फुटेज खंगाली. जो पीड़ित थे उनके इर्द गिर्द कौन था उस पर ध्यान दिया. पुलिस ने एक शख्स को आईडेंटिफाई किया. उसके बोर्डिंग पास की जनकारी हासिल कर उसका मोबाइल नम्बर लिया गया. जाँच में पता चला कि वो नम्बर फर्जी पहचान पर लिया गया है. टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस को उसका असली नम्बर मिला, जो स्विच ऑफ था लेकिन उसकी लास्ट लोकेशन पहाड़गंज की मिली. पुलिस टीम वहां पहुंची और फोटो की मदद से उसकी तलाश शुरू की. पुलिस को एक गेस्ट हाउस का पता लगा. वहां रेड करने पर टॉप फ्लोर पर कमरे से उसे पकड लिया गया. उसने अपना नाम राजेश बताया. जबकि बोर्डिंग पास पर ऋषि कपूर लिखा था. उसने बताया कि ऋषि उसके भाई का नाम है, जिसकी मृत्यु हो चुकी है. इसके पास से सोने, चांदी और हीरे व नग मिले हैं. उन्हें भी जाँच के लिए भेजा गया है, जिससे पता चल सके की वो असली हैं या नकली.

कैसे करता था वारदात

राजेश कपूर ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि वो पिछले एक साल में 200 हवाई यात्रा कर चुका है. वो हैदराबाद, चंडीगढ़, मुंबई, बंगलुरु, अमृतसर आदि एअरपोर्ट से दिल्ली की फ्लाइट लेता था. एयर इंडिया या विस्तारा की फ्लाइट में ही ट्रेवल करता था. बोर्डिंग करते समय वो ये भाप लेता कि कौन सी उम्र दराज महिला अकेले सफर कर रही है. महिला भी ऐसी जिसे विदेश जाना हो. अपने टारगेट की पहचान करने के बाद वो उसकी सीट का पता लगाता और फिर अपनी सीट उसी सीट के बगल में एक्सचेंज करवा लेता. फिर केबिन में सामान रखने के दौरान हैण्ड बैग पर हाथ साफ़ कर लेता. पुलिस ने इसकी निशानदेही पर करोल बैग के के ज्वेलेर शरद जैन को भी गिरफ्तार किया है, जो इससे चोरी के गहने खरीदता था. इसके पास से गलाया हुआ सोना बरामद किया गया है. उसने पुलिस को बताया कि वो चोरी की रकम से सट्टा खेलता था.

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