'सीरियल ऑफेडर' निकला कोलकाता गैंगरेप का मुख्य आरोपी, गुनाहों की है हिस्ट्रीशीट
आरोप है कि कोलकाता लॉ कॉलेज में छात्रा से गैंगरेप का मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा और उसके गिरोह के लोग लड़कियों की तस्वीरों को मॉर्फ कर देते थे और उन्हें अपने दोस्तों के बीच शेयर करते थे;
कोलकाता लॉ कॉलेज गैंग रेप केस का मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा एक सीरियल ऑफेंडर है यानी आदतन क्रिमिनल है। ये बात पुलिस जांच में पता चली है। कॉलेज के छात्रों का कहना है कि लगातार सजा से बचने के कारण वह बार-बार अपराध करता रहा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मनोजित मिश्रा पर हत्या के प्रयास, यौन उत्पीड़न और जबरन वसूली सहित कम से कम पाँच आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि उसका अपराधों का सिलसिला 2013 में शुरू हुआ, जब उसने कॉलेज में पढ़ाई शुरू करने के लगभग एक साल बाद एक सहपाठी के सीने में चाकू मार दिया था।
इस हमले के बाद एफआईआर दर्ज हुई लेकिन मिश्रा तीन साल तक फरार रहा और गिरफ्तारी नहीं हुई। वह 2017 में कॉलेज परिसर में फिर से नजर आया और उस पर तोड़फोड़ का आरोप लगा।
पुलिस जांच के बावजूद वह खुलेआम घूमता रहा। इसके बाद के वर्षों में उस पर छात्रों को गलत तरीके से बंधक बनाने, जबरन वसूली, छेड़छाड़ और महिलाओं की मर्यादा भंग करने के आरोप लगे, लेकिन फिर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
2022 में एक फर्स्ट ईयर की छात्रा ने रैगिंग, यौन उत्पीड़न और धमकियों की लिखित शिकायत स्थानीय पुलिस स्टेशन में की, लेकिन उसे भी अनदेखा कर दिया गया
कॉलेज से ग्रेजुएट होने के चार साल बाद भी मिश्रा का कॉलेज में दबदबा बना रहा। मुख्य आरोपी के राजनीतिक संरक्षण के भी आरोप लग रहे हैं। मनोजित मिश्रा को कॉलेज जनरल बॉडी की सिफारिश पर अस्थायी स्टाफ के तौर पर नियुक्त किया गया था, जिसकी अध्यक्षता तृणमूल विधायक अशोक देब करते हैं।
मई 2025 में, उसने एक छात्रा को बहला-फुसलाकर बुलाया, उसे नशीला पदार्थ दिया और फिर गैंगरेप किया। उसने इस पूरे कृत्य की वीडियो रिकॉर्डिंग की, फिर हॉकी स्टिक से छात्रा के सिर पर वार किया, और धमकी दी कि अगर उसने कुछ कहा तो उसके बॉयफ्रेंड को गिरफ्तार करवा देगा।