इस तरह खुल गया राज, क्या है दाऊद की बेटी के गाउन से अपहरण कनेक्शन

अंडरवर्ल्ड की कहानियां भी किसी रहस्य से कम नहीं होती हैं। मध्य प्रदेश में पुलिस अधिकारी रहे डॉ शैलेंद्र श्रीवास्तव ने अपनी किताब शैकल द स्टॉर्म में सनसनीखेज जानकारी दी है।

By :  Lalit Rai
Update: 2024-08-19 03:05 GMT

Dawood Ibrahim Daughter Marriage: अंडरवर्ल्ड की अपनी माया है, रहस्य के चादर से लिपटी हुई वो एक ऐसी दुनिया है जिसके बारे में बहुत कम जानकारी मिल पाती है। दाऊद इब्राहिम के बारे में जानने की दिलचस्पी हर किसी की होती है। ये बात अलग है कि ज्यादातर जानकारी फैंटेसी से भरी होती है। हालांकि मध्य प्रदेश में सेवा दे चुके है आईपीएस अफसर डॉ शैलेंद्र श्रीवास्तव ने अपनी किताब शैकल द स्टॉर्म किताब में इस गैंग के बारे में सनसनीखेज जानकारी है। यहां हम दाऊद इब्राहिम की बेटी के गाउन और एक अपहरण कांड के बारे में जानकारी देंगे।

किताब में खुलासा
शैकल द स्टॉर्म में दाऊद की बेटी माहरुख की शादी जुलाई 2005 में मक्का में हुई और उसके गाउन को शिवपुरी के शख्स इस्माइल खान ने डिजाइन किया था। माहरुख की शादी के करीब एक महीने बाद इंदौर के सीमेंट व्यापारी के बेटे नीतेश नागोरी का अपहरण हुआ जिसमें चार करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। हालांकि पुलिस की सक्रियता की वजह से कुछ आरोपी पकड़े गए और फिरौती की रकम अदा करने के पहले रिहाई हो गई। जांच जब आगे बढ़ी तो पता चला कि गाउन डिजाइन करने वाला इस्माइल भी किडनैपिंग में शामिल था। इस्माइल खान का रिश्ता आफताब आलम नाम के शख्स से जुड़ा जो दाऊद के खास लोगों में माना जाता था।

इस तरह हुई गिरफ्तारी

पुलिस का कहना है कि इस्माइल जो कि अपहरण के बाद भाग गया था उसे दुबई में नौकरी के साथ गाउन सीने के लिए एक करोड़ दिए जाने का वादा किया गया था। इस्माइल और आफताब पिछले 2 दशक से कानून की गिरफ्त से बाहर हैं और उन्हें भगोड़ा घोषित किया गया है। बता दें कि 2005 सितंबर महीने में पुलिस ने नीतेश नागोरी के दोस्त ध्रुव के साथ गौरव को पकड़ा था। पूछताछ में ध्रुव ने बताया था कि इस्माइल इस केस का मास्टर माइंड है और यहीं से अंडरवर्ल्ड नेटवर्क के बारे में पता चला। 

आफताब आलम से कनेक्शन

जांच में यह भी पता चला कि 1997 में मुंबई से भाग निकला आफताब आलम अपहरण के दौरान खाड़ी से काम कर रहा था। आफताब की संलिप्तता ने मामले को जटिल बना दिया। इंटरपोल को सतर्क कर दिया गया और इस्माइल, आफताब और रंधावा और इब्राहिम सहित अन्य संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किए गए, जो फरार हैं। डॉ. श्रीवास्तव की किताब अपहरण मामले से आगे बढ़कर मध्य प्रदेश में अंडरवर्ल्ड के संचालन, विशेष रूप से दाऊद इब्राहिम और उसके कुख्यात प्रतिद्वंद्वी छोटा राजन की गुप्त गतिविधियों की गहराई से पड़ताल करती है।

कहानी में छोटा राजन गिरोह के एक प्रमुख सदस्य विक्की मल्होत्रा ​​की पहले से अनकही कहानी का खुलासा किया गया है, जिसे इंदौर में एक पिछली फिरौती की धमकी से जुड़े फोन नंबर का उपयोग करके अनजाने में मुंबई पुलिस को सतर्क करने के बाद गिरफ्तार किया गया था। मल्होत्रा, जिनका असली नाम विजय कुमार यादव है, ने अंडरवर्ल्ड में अपने जीवन का विस्तृत विवरण दिया, जिसमें दाऊद इब्राहिम पर कई हत्या के प्रयासों में उनकी संलिप्तता भी शामिल है। इस किताब में कई चौंकाने वाले विवरण हैं, जैसे कराची में अपनी बेटी के दफ़न के दौरान दाऊद को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश और दुबई में एक और नाकाम योजना।

इस किताब की सबसे दिलचस्प कहानियों में से एक विजय यादव का विक्की मल्होत्रा ​​में बदलना है, जो छोटा राजन के गिरोह का एक ख़ूंखार डॉन है।डॉ. श्रीवास्तव बताते हैं कि मुर्शिदाबाद का यह छोटा चोर कैसे अंडरवर्ल्ड में मशहूर हुआ और तीन मौकों पर दाऊद इब्राहिम की हत्या करने के करीब पहुँच गया।शेकल द स्टॉर्म सिर्फ़ एक क्राइम थ्रिलर नहीं है; यह 14 दिलचस्प कहानियों का संकलन है जो मध्य प्रदेश में अपराध, न्याय और अंडरवर्ल्ड की गंदी दुनिया को दर्शाती हैं।

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