इन्फ्लुएंसर ने कहा बेंगलुरु नहीं सुरक्षित, सड़क पर 10 साल के लड़के ने की छेड़छाड़

नेहा बिस्वाल, जिनके इंस्टाग्राम पर 4 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं, ने एक 'X' यूजर द्वारा शेयर किए गए वीडियो में बीटीएम लेआउट में हुई पूरी घटना को बयां किया है.

Update: 2024-11-07 10:58 GMT

Molestation In Bengaluru City : बेंगलुरु में रह रही एक सोशल मीडिया इन्फ़्लुएन्सर ने शहर को असुरक्षित बताया है. ऐसा दावा इस सोशल मीडिया इन्फ़्लुएन्सर ने अपनी आप बीती के बाद किया है. इन्फ़्लुएन्सर का दावा है कि जब वो शहर की सड़क पर एक विडियो बनाते हुए चल रही थीं, तभी साइकिल पर सवार एक लड़के ने न केवल उनकी नक़ल उतारी बल्कि उनके निजी अंग पर हाथ भी मारा. इसके बाद वो भाग निकला. हालाँकि उसे पकड़ लिया गया. लेकिन पीड़िता को सबसे ज्यादा तकलीफ उस समय महसूस हुई जब भीड़ ने उनसे उनके आरोपों को लेकर सबूत माँगा. क्यूंकि ये हरकत कैमरे में कैद थी, इसलिए पीड़िता ने लोगों को अपनी सच्चाई का सबूत दे दिया. इसके बाद भीड़ में अधिकतर लोगों ने 'बच्चा है जाने दो' कहा, जिसने पीड़िता को ये सोचने पर मजबूर कर दिया कि बेंगलुरु शहर सुरक्षित नहीं है. हैरानी की बात है कि आरोपी लड़के की उम्र 10 साल बताई गयी है.


क्या कहा पीड़िता ने
पीड़िता ने इस पूरी घटना के बारे में विडियो तैयार किया है, जिसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'X' पर पोस्ट किया गया है. नेहा बिस्वाल, जिनके इंस्टाग्राम पर 4 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं, ने एक एक्स यूजर द्वारा साझा किए गए वीडियो में बीटीएम लेआउट में हुई पूरी घटना का वर्णन किया है. बिस्वाल ने क्लिप में अपनी आपबीती बताते हुए कहा, "मेरे साथ ऐसा कभी नहीं हुआ था. मुझे बहुत बुरा लग रहा है. मैं चलते हुए वीडियो बना रही थी, यह लड़का पहले उसी दिशा में बाइक चला रहा था, फिर उसने मुझे देखा, यू-टर्न लिया और मेरी तरफ आने लगा." "उसने पहले मुझे चिढ़ाया और कैमरे पर मैं जिस तरह बात कर रही थी, उसकी नकल की और फिर मेरे साथ छेड़छाड़ की, मुझे हाथ मारा."


नेहा के अनुसार स्थानीय लोगों ने लड़के को पकड़ लिया और उन्होंने और कुछ अन्य लोगों ने उसकी पिटाई की. उन्होंने बताया कि वहां मौजूद कई लोगों ने उनसे लड़के को जाने देने के लिए कहा. "जब मैंने वीडियो चलाया जिसमें साफ़-साफ़ दिख रहा था कि उसने क्या किया है, तभी लोगों ने मुझ पर यकीन किया. बहुत से लोग मुझसे उसे जाने देने के लिए कह रहे थे क्योंकि वह एक बच्चा था. मैंने उसे मारा. कुछ लोग थे जिन्होंने मेरा साथ दिया और उसे पीटा. लेकिन सच कहूँ तो मैं यहाँ सुरक्षित महसूस नहीं करती."
बिस्वाल ने कहा कि उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई क्योंकि इसमें "एक बच्चा शामिल है" और वह "उसका भविष्य बर्बाद नहीं करना चाहतीं."

पुलिस के बर्ताव से नहीं कोई शिकायत
नेहा ने कहा कि बेंगलुरू पुलिस मददगार थी और उन्हें बाहरी जैसा महसूस नहीं कराया गया. जो कुछ हुआ उससे मैं अभी भी मानसिक रूप से परेशान हूं.



Tags:    

Similar News