लिव-इन-पार्टनर की हत्या को दुर्घटना दिखाने के चक्कर में फंसी प्रेमिका, दिल्ली में UPSC अभ्यर्थी की हत्या में बड़ा खुलासा
पुलिस ने कहा कि जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने हत्या को आग से हुई दुर्घटना के रूप में दिखाने की योजना बनाई थी।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि जिस यूपीएससी अभ्यर्थी राम केश मीणा की हत्या उसकी लिव-इन पार्टनर अमृता चौहान और उसके पूर्व प्रेमी ने की थी, उसकी हार्ड डिस्क में कई अन्य महिलाओं के “अश्लील वीडियो और तस्वीरें” संग्रहीत थीं।
पुलिस के अनुसार, अमृता अपने पूर्व प्रेमी के साथ रिश्ता फिर से शुरू करना चाहती थी, लेकिन उसे डर था कि मीणा उसकी निजी तस्वीरें और वीडियो सार्वजनिक कर देगा।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा , “यह स्पष्ट है कि पीड़ित कई महिलाओं से दोस्ती रखता था। हालांकि, हम उनकी पहचान करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं और न ही हमें इस मामले में किसी महिला की ओर से कोई शिकायत मिली है। यह भी अभी स्पष्ट नहीं है कि ये वीडियो या तस्वीरें महिलाओं की अनुमति के बिना ली गई थीं या नहीं।”
जले हुए शव से खुला राज
6 अक्टूबर को उत्तर दिल्ली के तिमारपुर स्थित फ्लैट में सिलिंडर विस्फोट के बाद मीणा का झुलसा हुआ शव मिला था। तीन हफ्ते बाद पुलिस ने अमृता चौहान, उसके पूर्व साथी सुमित कश्यप और उनके साझा मित्र संदीप कुमार को इस मामले में गिरफ्तार किया।
बाद में अमृता ने पुलिस को बताया कि मीणा ने उसकी अनुमति के बिना उसके “अश्लील” फोटो और वीडियो अपने पास रखे थे।
रिश्ते से बाहर निकलना चाहती थी अमृता
उत्तर जिला डीसीपी राजा बंथिया ने बताया, “अमृता यह रिश्ता खत्म करना चाहती थी। जब उसने मीणा से वीडियो डिलीट करने को कहा, तो उसने मना कर दिया। उसे डर था कि वह इन्हें ऑनलाइन डाल सकता है।”
बंथिया ने आगे बताया कि अमृता अपने पूर्व प्रेमी सुमित कश्यप के संपर्क में थी।
“कश्यप, चौहान का ‘बेस्ट फ्रेंड’ था और ब्रेकअप के बाद भी उसके लिए कुछ भी करने को तैयार था। वह उनके रिश्ते को फिर से जोड़ना चाहती थी,” डीसीपी ने कहा।
हत्या की साजिश और सिलिंडर विस्फोट
पहले अमृता ने तय किया था कि वह चुपचाप हार्ड डिस्क ढूंढकर उसे लेकर चली जाएगी। लेकिन जब वह उसे घर में नहीं ढूंढ पाई, तो उसने कश्यप और संदीप की मदद ली।
तीनों ने कथित रूप से मीणा को कुर्सी से बांधा और हार्ड डिस्क की तलाश शुरू की। जब मीणा विरोध करता रहा, तो संदीप कुमार ने मोबाइल चार्जर की तार से उसका गला दबा दिया।
इसके बाद तीनों ने मीणा के शव के पास गैस सिलिंडर रखा, रेगुलेटर खोल दिया और आग लगा दी।
धमाके में मीणा का शव पूरी तरह जल गया। पुलिस ने बताया कि जांच में यह सामने आया कि आरोपियों ने हत्या को आग लगने की दुर्घटना दिखाने की साजिश रची थी।
अपराध विज्ञान की छात्रा थी अमृता
पुलिस के अनुसार, अमृता फॉरेंसिक साइंस (अपराध विज्ञान) की छात्रा थी और अपराध पर आधारित क्राइम वेब सीरीज़ देखने की शौकीन थी। इसी वजह से उसे यह समझ थी कि मीणा की मौत को “दुर्घटना” जैसा दिखाने के लिए क्या किया जा सकता है।