यूपी में तपती गर्मी का असर: स्कूलों का बदला शेड्यूल
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बढ़ते तापमान को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों के समय में परिवर्तन किया है।;
उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ते तापमान और लू की तीव्रता को देखते हुए प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्कूली शिक्षा व्यवस्था में महत्त्वपूर्ण परिवर्तन किए गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा लिए गए इन निर्णयों का उद्देश्य विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उनके स्वास्थ्य को किसी भी प्रकार की गर्मीजनित समस्या से बचाना है।
मौसम की मार और बच्चों की चिंता
प्रदेश के कई जिलों में अप्रैल महीने के मध्य से ही तापमान असामान्य रूप से बढ़ने लगा है, दोपहर के समय सूरज की तपिश बच्चों के लिए जोखिमपूर्ण सिद्ध हो रही थी। शिक्षा विभाग और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने गर्मी से निपटने हेतु स्कूली समय में परिवर्तन को सबसे प्रभावी उपाय माना है।
विभिन्न जिलों के अधिकारियों ने समयबद्ध आदेश जारी किए हैं, जिनके अनुसार अब स्कूलों की पहली पाली सुबह के समय में संचालित होगी।
विभिन्न जिलों में नया समय निर्धारण
आगरा में कक्षा 1 से 8 तक के समस्त विद्यालयों का संचालन अब सुबह 7:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक किया जाएगा। प्रतापगढ़ और अमेठी जिलों में स्कूल 7:30 से 12:30 बजे तक खुलेंगे।
उन्नाव में भी इसी दिशा में निर्णय लेते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शासन के निर्देशानुसार स्कूल समय में संशोधन की अधिसूचना जारी की है।
राज्यस्तरीय आदेश और उसके पालन
शिक्षा निदेशक (बेसिक), उत्तर प्रदेश लखनऊ द्वारा जारी पत्रांक संख्या - शिविनि (बेसिक)/नियोजन/1614-1708/2025-26 दिनांक 21 अप्रैल 2025 में स्पष्ट किया गया है कि मौसम की चरम स्थितियों के मद्देनज़र समस्त प्रकार के विद्यालय—सरकारी, सहायता प्राप्त, निजी या किसी अन्य मान्यता प्राप्त बोर्ड के विद्यालय—अब 22 अप्रैल 2025 से अगले आदेश तक सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक संचालित किए जाएंगे।
आउटडोर गतिविधियों पर सख्ती
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, भारत सरकार द्वारा हीट वेव की स्थिति से निपटने हेतु जो गाइडलाइंस दी गई हैं, उनके अनुसार अब स्कूलों में किसी भी प्रकार की बाहरी (आउटडोर) शारीरिक गतिविधि जैसे खेलकूद, परेड आदि को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्देश दिया गया है। विद्यालयों को यह सुनिश्चित करना होगा कि विद्यार्थी सूर्य के सीधे संपर्क में न आएं और उनकी दिनचर्या सुरक्षित रूप से संचालित हो।
उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा लिया गया यह निर्णय मौसम की गंभीरता को देखते हुए न केवल समयोचित है, बल्कि विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की रक्षा हेतु आवश्यक भी है। यह बदलाव अस्थायी रूप से लागू किया गया है, और आगे मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए समय में पुनः समीक्षा की जा सकती है।