कभी गुस्सा कभी पछतावा! क्या चाहते हैं अजित पवार? महायुती में बने रहना या घर वापसी
अजित पवार कभी चाचा शरद पवार से अलग होने पर पछतावा जताते हुए माफ़ी मांगते हैं तो कभी अपनी विधानसभा के लोगों को ये कहते हुए धमकाते हैं कि कोई और विधायक आये तो पता चले काम कैसे होता है.
Maharashtra Assembly Elections 2024 : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले महायुती में एक नाम ऐसा है जो हर दिन कुछ न कुछ प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इस ओर इशारा करता है कि या तो वो असमंजस में है या फिर महायुती में खुश नहीं है. बात हो रही है एनसीपी के अध्यक्ष अजित पवार की, जो कभी अपनी विधानसभा क्षेत्र के लोगों को कुछ इस तरह धमकी देते हैं कि कोई और विधायक आएगा तो पता चलेगा जनता की सेवा कौन करता है? तो कभी कहते हैं कि परिवार तोड़ने वाले को समाज पसंद नहीं करता है. अजित पवार किस रुख से जहाँ महायुती में काफी असहजता है तो वहीँ दूसरी ओर जनता भी ये समझ नहीं पा रही है कि क्या अजित पवार अपने चाचा के साथ वापस जाना चाहते हैं? ज्ञात रहे कि शिवसेना कोटे से मंत्री तानाजी सांवत से अजित पवार पर निजी टिप्पणी की थी, इसके बाद महायुति के अन्य विधायकों ने कहा था कि गणपति विसर्जन पर अजित पवार भी महायुति से अलग हो जाएंगे?