Maharashtra Elections : अनिल देश्मुख पर हुए हमले को फड़नवीस ने बताया सलीम जावेद की स्क्रिप्ट
फड़नविस ने कहा कि अनिल देशमुख ने हार को देखते हुए इस हमले की स्क्रिप्ट तैयार की और सोची समझी साजिश के तहत इसे अंजाम दिलवाया गया.
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-11-19 16:18 GMT
Maharashtra Elections : महाराष्ट्र चुनाव के लिए बुधवार को मतदान होना है. इससे पहले मंगलवार को आरोप प्रत्यारोप के दौर देखने को मिले. ताजा मामला महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर हुए हमले से जुड़ा है, जिसे अब एक झूठ बताया गया है. प्रदेश के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नविस ने आरोप लगाया है कि चुनाव हारता देख देशमुख ने खुद पर हमला करवाया है. अपने इस आरोप को लेकर फड़नविस ने पुलिस द्वारा की गयी प्रेस कांफ्रेंस का उल्लेख तो किया ही साथ ही कुछ तर्क भी दिए.
क्या कहा फड़नवीस ने
फड़नवीस ने कहा कि अनिल देशमुख की कार पर जिस तरह से हमला हुआ वो झूठा है. ये सलीम जावेद की स्क्रिप्ट की तरह की कहानी है. अनिल देशमुख ने जिस तरह से कहा कि उनकी कार पर हमला हुआ, वो खुद सवाल खड़े करता है. एक भारी भरकम पत्थर आगे विंडशील्ड पर फेंका गया लेकिन विंडशील्ड पूरी तरह नहीं टूटती है, जबकि वो पत्थर लगभग 8 से 10 किलो का होता है.
कार का पिछला शीशा भी टूटा है और एक पत्थर कार के अन्दर आया, वो पत्थर भी लगभग डेढ़ से दो किलो का है. अगर उस पत्थर से चोट लगती तो फिर देशमुख के सर के पिछले हिस्से में लगती लेकिन उनके आगे माथे पर चोट आई है. अब इतना भरी पत्थर घूम के पीछे से आगे कैसे आएगा. ऐसे तो केवल रजनीकांत की मूवी में ही हो सकता है. फड़नवीस ने ये भी कहा कि ये साफ़ दर्शाता है कि देशमुख हार रहे हैं और उन्होंने ये सब जनता से सहनुभूति पाने के लिए किया है.
🕣 8.40pm | 19-11-2024 📍 Nagpur.
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) November 19, 2024
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तावड़े ने नहीं बांटे कोई पैसे
वहीँ फड़नवीस ने भाजपा नेता विनोद तावड़े को लेकर कहा कि वो केवल कार्यकर्ताओं से मिलने गए थे. उन्होंने कोई पैसा नहीं बांटा. ये सब एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया. इतना ही नहीं हमारे उम्मीदवार को पीटा गया और ये सब नाटक किया गया.
अनिल देशमुख पर हमले का मामला
एनसीपी (शरद पवार ) नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने आरोप लगाया था कि सोमवार (18 नवंबर) को चुनाव प्रचार एक आखिरी दिन, शाम पांच बजे प्रचार खत्म करने के बाद काटोल से नागपुर शहर की ओर लौट रहे थे. तभी अज्ञात लोगों ने उनके काफिले पर हमला कर दिया. पूर्व गृहमंत्री गाड़ी में आगे की सीट पर बैठे हुए थे. वो चोटिल हो गए थे.