सुहाग नगरी फिरोजाबाद में किसका जोर, मुलायम परिवार की अग्नि परीक्षा
मैनपुरी, बदायूं की तरह फिरोजाबाद सीट को भी मुलायम सिंह परिवार का गढ़ माना जाता रहा है. लेकिन 2019 में यह मिथक टूट गया.
Firozabad Loksabha election News: आम चुनाव 2024 में यूपी की फिरोजाबाद सीट पर क्या बीजेपी एक बार फिर कमल खिला पाएगी या समाजवादी पार्टी की साइकिल सरपट दौड़ेगी. दरअसल इस सीट को भी मुलायम सिंह परिवार के दबदबे वाली मानी जाती है. लेकिन मोदी लहर में रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव यहां से चुनाव हार गए. बीजेपी के चंद्रसेन जादौन ने हरा दिया था. 2024 के चुनाव में अक्षय यादव के सामने बीजेपी ने उम्मीदवार बदल कर ठाकुर विश्वदीप सिंह को मौका दिया है. खास बात यह है कि इस दफा बीएसपी ने चौधरी बशीर को मैदान में उतारा है.
फिरोजबाद की गणित समझें
जब शिवपाल ने बिगाड़े समीकरण
राजनीति के जानकार बताते हैं कि 2019 के चुनाव में अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव अलग हो चुके थे. शिवपाल को लगता था कि उनके लिए सबसे बड़ा कोई कांटा है तो वो रामगोपाल यादव हैं. अब अक्षय यादव, रामगोपाल यादव के बेटे हैं लिहाजा उनको हराने के लिए वो चुनावी मैदान में उतर पड़े. शिवपाल की योजना काम कर गई और अक्षय यादव चुनाव हार गए.
क्या हैं मुद्दे
फिरोजाबाद में प्रमुख मुद्दों में स्मार्ट सिटी का ना बनना जबकि स्मार्ट सिटी में चयन हो रखा है, 6 लेन की सड़क होने के बाद भी जाम की स्थिति, अच्छे अस्पताल की कमी. इन मुद्दों पर जनता खुलकर बात करती है.लेकिन सियासत पर नजर रखने वाले कहते हैं कि मत तो जाति और धर्म पर डाला जाता है.