जींद विधानसभा - बीजेपी के सामने बड़ा सवाल, क्या हैटट्रिक लगा पायेगी ?

जींद जो कभी इंडियन नेशनल लोक दल का गढ़ मानी जाति थी पिछले दो चुनावों में बीजेपी ने जीत हासिल की है. इस चुनाव में यही बड़ा सवाल है कि क्या बीजेपी हैट ट्रिक लगा पाएगी या नहीं?

Update: 2024-08-29 17:37 GMT

Haryana Assembly Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहा है वैसे वैसे ही चुनाव से जुडी गतिविधियाँ भी तेज होती जा रही है. हर छोटी बड़ी पार्टी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में टाल थोक रही है. लेकिन अभी तक के माहौल की बात करें तो ये मुकाबला दो पार्टियों के बीच का ही प्रतीत हो रहा है, बीजेपी और कांग्रेस. बाकी जो हरियाणा की क्षेत्रीय पार्टियाँ हैं वो कहीं न कहीं अपने अस्तित्व को बचाने में ही लगी हुई हैं. चुनाव के क्रम में आज हम बात करते हैं जींद विधानसभा सीट की, जो कभी इंडियन नेशनल लोकदल की सीट होती थी लेकिन फिर बीजेपी के पाले में गयी. पिछले दो चुनाव से यहाँ बीजेपी काबिज है. अब सवाल ये उठता है कि क्या बीजेपी इस बार जींद से जीत की हैटट्रिक लगा पाती है या नहीं.


जींद
जींद की बात करें तो ये हरियाणा का जिला है. इस जिले में कुल 5 विधानसभा सीट आती हैं. जींद जिले में जींद विधानसभा सीट भी आती है, जो इंडियन नेशनल लोकदल का गढ़ मानी जाती रही है. 2014 तक इस सीट पर इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) का बोलबाला रहा. 2014 विधानसभा चुनाव में जींद सीट से आईएनएलडी के हरि चंद मिड्डा ने 31631 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी, जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के सुरेंद्र सिंह को 29374 वोट मिले थे और कांग्रेस के प्रमोद सहवाग तीसरे नंबर पर रहे थे. चुनाव के कुछ समय बाद हरिचंद मिड्डा का निधन हो गया. जिसके बाद उपचुनाव हुए और इस बार ये सीट बीजेपी के पाले में गयी और कृष्ण मिड्डा विधायक बने.

2109 में भी बीजेपी को मिली जीत
2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की राज्य सरकार के सामने सत्ता विरोधी लहर थी. लेकिन इस चुनाव में भी जींद सीट पर बीजेपी ने बाजी मारी. इस चुनाव में बीजेपी के डा. कृष्ण मिड्डा ने जननायक जनता पार्टी के महाबीर गुप्ता को को 12508 वोटों के मार्जिन से हराया. कृष्ण मिड्डा को 58,370 वोट मिले थे, वहीँ दूसरे नंबर पर जेजेपी के महाबीर गुप्ता को 45,862 वोट मिले थे. कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही थी.

2024
इस विधानसभा चुनाव को लेकर जींद सीट पर अभी उम्मीदवारों की घोषणा नहीं हुई है. माना जा रहा है कि बीजेपी अपना उम्मीदवार बरकरार रख सकती है लेकिन जब तक टिकट का एलान न हो जाए कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. सबसे बड़ा सवाल यही है कि इस चुनाव में जब बीजेपी के सामने प्रदेश में बहुत बड़ी चुनौती है, बड़े वर्ग में नाराज़गी है तो क्या जींद सीट पर बीजेपी हैटट्रिक लगा पाएगी या नहीं?
नामांकन की प्रक्रिया पांच सितंबर से शुरू होनी है. चुनाव आयोग के अनुसार 12 सितंबर तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे और13 सितंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. 16 सितंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे.

2019 के चुनावों के परिणाम
पार्टी         कैंडिडेट             वोट
बीजेपी     कृष्ण मिड्डा            58,370
जेजेपी     महाबीर गुप्ता         45,862
कांग्रेस     अंशुल सिंग्ला           7,952



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