हरियाणा चुनाव में किसका बागी किसे देगा अधिक चोट, कुछ माने तो कुछ अड़े
बीजेपी से नायब सिंह सैनी तो कांग्रेस से हुडा ने संभाली बागियों को मनाने की कमान. कहीं सफल तो कहीं असफल रहे प्रयास. दोनों ही पार्टियाँ इस बात पर जो दे रहीं हैं कि अंदरूनी लड़ाई को विराम दिया जा सके ताकि दूसरी पार्टी को फायदा न मिले.
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-09-17 05:21 GMT
Haryana Assembly Elections : हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के सामने एक दूसरे के खिलाफ लड़ने से ज्यादा बड़ी चुनौती बागियों की है, यही वजह भी है कि दोनों ही पार्टियाँ अपने अपने बागियों को मनाने की कवायद में लगे हुए हैं. इस कवायद में दोनों ही पार्टियों को कुछ हद तक सफलता भी मिली है. इस कवायद का नतीजा ये रहा है कि दोनों दलों के पांच बागियों ने अपनी उम्मीदवारी वापस लेने की बात कही है जबकि अन्य बागी अभी भी मैदान में डटें हुए हैं.
बीजेपी से सैनी तो कांग्रेस से हुडा ने संभाला हुआ है मोर्चा
बागियों को मनाने के लिए दोनों ही दलों से दो प्रमुख नेता ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं. बीजेपी से नायब सिंह सैनी ने कमान संभाल रखी है तो वहीँ कांग्रेस से भूपिंद्र सिंह हुडा ने.
बीजेपी का कौनसा बागी माना कौनसा नहीं
हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के बाद बीजेपी में 33 नेता ऐसे रहे जो बागी बन गए और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक दी. सोमवार सुबह मुख्यमंत्री नायब सैनी ने रूठों को मनाने की काव्यद शुरू की और इन सबसे निजी तौर पर मुलाकात की. इस मुलाकात के जरिये कुछ रूठों को मनाया जा सका लेकिन कुछ ऐसे भी रहे जो सैनी की बात नहीं माने और चुनाव लड़ने पर आमादा रहे हैं.
ये माने
बीजेपी के वो बागी जो अब सैनी के समझाने पर बगावत ख़त्म करने के लिए तैयार हो गए हैं. बगावत ख़त्म करने वालों में सोनीपत से पूर्व मंत्री कविता जैन और उनके पति राजीव जैन शामिल हैं. राजीव जैन ने नामांकन वापस ले लिया है. करनाल की इंद्री सीट से लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के उम्मीदवार पूर्व सांसद राजकुमार सैनी ने भी नामांकन वापस ले लिया है. महेंद्रगढ़ जिले की नांगल चौधरी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार सतीश सैनी ने अपना नामांकन वापस लेकर बीजेपी उम्मीदवार अभय सिंह यादव को समर्थन दिया है. महेंद्रगढ़ जिले की अटेली विधानसभा सीट पर कांग्रेस के बागी हेमंत शर्मा ने अपना नामांकन वापस लेकर बीजेपी उम्मीदवार आरती राव को समर्थन दिया है. नारनौल में बीजेपी से बागी भारती सैनी ने भी नामांकन वापस ले लिया है. हालाँकि एक दिन पहले जब नायब सिंह सैनी ने उनसे मुलाकात की थी तो भारती ने उम्मीदवारी लेने की बात से इंकार कर दिया था.
कांग्रेस के ये बागी माने
कांग्रेस की बात करें तो भिवानी जिले की बवानी खेड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस के बागी रामकिशन फौजी ने भी सोमवार को नामांकन वापस लेते हुए कांग्रेस पार्टी के अधिकारिक प्रत्याशी प्रदीप नरवाल को समर्थन देने की घोषणा की है. नलवा से वरिष्ठ नेता संपत सिंह, हांसी से प्रेम सिंह मलिक और अंबाला से जसबीर मलौर पीछे हटने को तैयार हो गए हैं. अम्बाला की बात करे तो सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने अंबाला में कांग्रेस के बागी जसबीर मलौर और निर्मल सिंह के घर पहुंच कर उनसे मुलाकात की और उन्हें मनाया. दीपेंद्र ने निर्मल सिंह और जसबीर मलौर से हाथ मिलवाया.
बीजेपी के ये बागी अड़े हैं बगावत पर
वहीँ बीजेपी के वो बागी जो अब भी बगावत पर अड़े हैं उनमें बीजेपी की महिला मोर्चा की पूर्व प्रधान गायत्री देवी शामिल हैं. उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर ली है. इसके अलावा पानीपत शहरी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रही पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी भी बीजेपी के खिलाफ बगावत पर अमादा हैं.