अब आखिरी चरण के लिए लगा जोर, हेमंत सोरेन ने की बीजेपी की लानत मलानत
झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। इस चरण में कुल 38 सीटों के लिए सियासी दल प्रचार में जुट गए हैं।
Jharkhand Assembly Polls 2024: झारखंड की सत्ता पर कौन काबिज होगा। इसका फैसला 23 नवंबर को होना है। हालांकि सत्ता पक्ष यानी इंडिया ब्लॉक को यकीन है कि नतीजे उसके पक्ष में होंगे। लेकिन एनडीए का कहना है कि पांच साल में जिस तरह सोरेन सरकार ने जर, जंगल, जमीन को नहीं छोड़ा उसका बदला जनता लेगी। पहले चरण के चुनाव में ही हम जीत दर्ज करने जा रहे हैं, हालांकि यह अतिशयोक्ति से भरा बयान है क्योंकि चुनाव 43 सीटों के लिए हुआ था। लेकिन दोनों तरफ से तकरीर जारी है।
'धर्म के नाम पर राज्य बांटने की कोशिश'
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने भाजपा पर धर्म के नाम पर राज्य को बांटने की साजिश रचने का आरोप लगाया है और कहा है कि इस तरह के प्रयास सफल नहीं होंगे। एक्स पर एक पोस्ट में सोरेन ने कहा कि झारखंड को तोड़ने की कोशिशों को इस चुनाव में जनता नाकाम कर देगी। देखें | झारखंड चरण 1 मतदान के लिए प्रचार अभियान समाप्त: किसकी बढ़त? कैपिटल बीट सोरेन ने एक्स पर पोस्ट किया, "भाजपा के नेता राज्य में डेरा डाले हुए हैं, लेकिन वे झारखंड में विकास, प्रगति और शांति के लिए एक शब्द भी नहीं बोलते हैं। वे केवल धर्म के नाम पर लोगों को बांट रहे हैं।
'संथाल परगना को अलग करने प्रयास'
भाजपा हमारे इतिहास को मिटाने की कोशिश कर रही है' भाजपा पर झारखंड से संथाल परगना(Santhal Pargana) को अलग करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जनता उन्हें करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा, "भगवान राम की पवित्र भूमि ने भगवान की कृपा से रावण जैसे तानाशाहों का घमंड तोड़ा है - झारखंड भी उनका घमंड तोड़ेगा क्योंकि वे झारखंड को तोड़ना चाहते हैं।" सोरेन ने आरोप लगाया कि भाजपा संथालों को बांट रही है क्योंकि वे "हमारे इतिहास को मिटाना" चाहते हैं।उन्होंने आरोप लगाया, "वे भोगनाडीह, देवघर, बासुकीनाथ से हमारी विरासत को मिटाना चाहते हैं, जो हमारी आस्था और विश्वास के प्रतीक हैं।"उन्होंने कहा कि झारखंड का बंटवारा नहीं होगा और संथाल एकजुट रहेंगे और राज्य के साथ रहेंगे।