Maharashtra: जानें क्या है 'बिटकॉइन घोटाला', वोटिंग से ठीक पहले चुनाव आयोग पहुंची जिसकी आंच
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया चल रही है. हालांकि, मतदान से पहले एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया.
Maharashtra Assembly election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार (20 नवंबर) को मतदान की प्रक्रिया चल रही है. हालांकि, मतदान से पहले एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया. भाजपा ने महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और एनसीपी (सपा) नेता सुप्रिया सुले के कथित वॉयस नोट चलाकर चुनावों को प्रभावित करने के लिए बिटकॉइन को भुनाने के प्रयासों का आरोप लगाया है.
भाजपा ने दावा किया कि यह स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने पर गंभीर सवाल खड़ा करता है. भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने दावा किया कि इस घटनाक्रम ने विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की पोल खोल दी है और कांग्रेस तथा लोकसभा सांसद एवं राकांपा अध्यक्ष शरद पवार की बेटी सुले से जवाब मांगा है. भाजपा की निर्धारित प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले, सुले ने बुधवार को मतदान के दिन से पहले "धार्मिक मतदाताओं को गुमराह करने के लिए झूठी जानकारी फैलाने की जानी-पहचानी रणनीति" के बारे में एक्स पर पोस्ट किया था.
Familiar tactics of spreading false information to manipulate the righteous voters are being resorted to, a night before the polling day. We have filed a criminal complaint to the Hon’ble ECI & the Cyber crime department against the fake allegations made of bitcoin… pic.twitter.com/g8Selv1DFk
— Supriya Sule (@supriya_sule) November 19, 2024
आपराधिक शिकायत दर्ज
उन्होंने कहा कि हमने बिटकॉइन के दुरुपयोग के फर्जी आरोपों के खिलाफ ईसीआई और साइबर अपराध विभाग में आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है. इसके पीछे की मंशा और दुर्भावनापूर्ण तत्व पूरी तरह से स्पष्ट हैं, यह निंदनीय है कि भारत के संविधान द्वारा निर्देशित एक स्वस्थ लोकतंत्र में इस तरह की प्रथाएं हो रही हैं.
त्रिवेदी ने ऑडियो को शेयर करते हुए कहा कि इसमें दो विपक्षी नेताओं की आवाज़ें और सिग्नल चैट हैं, जिसमें कथित तौर पर उनके चुनाव अभियान के लिए बिटकॉइन लेनदेन पर जोर दिया गया है. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि एमवीए को दीवार पर लिखा हुआ दिख रहा है कि उसे चुनावों में हार का सामना करना पड़ रहा है. त्रिवेदी ने कहा कि एक नेता ने कथित तौर पर एक ऑपरेटर से कहा कि वे अपनी सरकार बनने के बाद किसी भी जांच से निपटेंगे.
“Need cash in exchange of bitcoins...You need not to worry about inquiry… We will handle it when we come to power...”
— BJP (@BJP4India) November 19, 2024
NCP (Sharad Pawar) leader Supriya Sule to Gaurav Mehta, the employee of audit firm Sarathi Associates.
(3 voice notes) pic.twitter.com/Pulphd6Oki
भाजपा ने आरोप लगाया कि एक पूर्व आईपीएस अधिकारी उन लोगों में से एक था जो, इस बातचीत का हिस्सा था. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ये बहुत गंभीर और खतरनाक टिप्पणियां हैं और सुले से कहा कि वे बिंदुवार जवाब दें, जिसमें यह भी शामिल हो कि क्या यह उनकी आवाज और संदेश था, बजाय इसके कि वे "अस्पष्ट और सामान्य" जवाब दें.
बड़ी मछली
त्रिवेदी ने कहा कि ऑडियो रिकॉर्ड से यह भी पता चलता है कि इसमें बड़े लोगों की संलिप्तता है और कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि वे कौन लोग हैं. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि क्या विपक्षी नेता बिटकॉइन लेनदेन में शामिल थे. अगर हां तो क्या यह लेनदेन अवैध था. वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि जब महाराष्ट्र में एमवीए सत्ता में थी तो उसके गृह मंत्री पर पुलिस आयुक्त ने हर महीने 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने का आरोप लगाया था.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने भले ही सुशासन और समाज के कल्याण के लिए डिजिटल लेन-देन का इस्तेमाल न किया हो. लेकिन उसने भ्रष्टाचार के लिए इसका सहारा लिया है. त्रिवेदी ने कहा कि "उनका पर्दाफाश हो चुका है."
इससे पहले विपक्ष ने एक वीडियो का हवाला देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर "वोट के बदले नकदी" कांड में शामिल होने का आरोप लगाया था. तावड़े और भाजपा ने इस आरोप को खारिज कर दिया है. त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी कटाक्ष करते हुए आश्चर्य जताया कि क्या उनकी "मोहब्बत की दुकान" के उत्पादों का वित्तपोषण विदेश से हो रहा है.