महाराष्ट्र चुनाव से पहले NCP को झटका! दिग्गज नेता छोड़ सकते हैं अजित पवार का साथ?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के पहले बड़ा खेला हो सकता है. क्योंकि राजनीतिक हलकों में बड़े बदलाव की संभावना जताई जा रही है.
Maharashtra assembly elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के पहले बड़ा खेला हो सकता है. क्योंकि राजनीतिक हलकों में बड़े बदलाव की संभावना जताई जा रही है. अजित पवार पिछले काफी समय से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को नये सिरे से तैयार कर रहे हैं. वहीं, पार्टी के कई नेता राजनीतिक भविष्य को लेकर आशंकित हैं. इसी बीच खबर आ रही है कि अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के 3 वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ सकते हैं और शरद पवार की पार्टी में शामिल हो सकते हैं. इसे चुनाव से पहले अजित पवार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. अगर ऐसा होता है तो महाराष्ट्र में सियासी समीकरण गड़बड़ा सकते हैं.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के तीन वरिष्ठ नेता आने वाले दिनों में शरद पवार की नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) में शामिल हो सकते हैं. इससे अजीत पवार की पार्टी को झटका मिल सकता है. पश्चिमी महाराष्ट्र में गहरी पकड़ रखने वाले तीन नेता, जो शरद पवार के दल में शामिल हो सकते हैं. इनमें माढ़ा विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक बबनराव शिंदे, वरिष्ठ एनसीपी नेता रामराजे निंबालकर और पूर्व विधायक रमेश थोराट शामिल हैं. बता दें कि वरिष्ठ एनसीपी नेता रामराजे निंबालकर ने संकेत दिया है कि वे वरिष्ठ नेता शरद पवार के साथ होंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बबनराव शिंदे ने कहा कि मैंने पवार साहेब से अनुरोध किया कि वे मेरे बेटे रंजीत शिंदे को टिकट दें. माढ़ा से 6 बार विधायक रहे शिंदे ने शुक्रवार को शरद पवार से मुलाकात के बाद कहा कि मुझे नहीं पता कि वह क्या फैसला लेने जा रहे हैं. लेकिन अगर वह किसी और को चुनते हैं तो रंजीत निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ेंगे.
पूर्व विधायक रमेश थोराट, जिन्होंने पिछले जुलाई में एनसीपी में विभाजन के लिए पत्र जारी होने पर अजित का साथ दिया था. उन्होंने कहा कि मैं लोगों से मिल रहा हूं और उनसे पूछ रहा हूं कि क्या करें और क्या न करें. उन सभी का कहना है कि वे एनसीपी (एसपी) से विधानसभा चुनाव लड़ें. अगर मुझे एनसीपी (एसपी) से टिकट नहीं मिलता है तो वे मुझे स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ाना पसंद करेंगे.
वरिष्ठ एनसीपी नेता रामराजे निंबालकर ने भी शरद पवार की पार्टी में शामिल होने के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि मैंने पवार साहब को दुख पहुंचाया और मैं अजित पवार के साथ चला गया. मुझे बुरा लगा. लेकिन मैंने अब फैसला ले लिया है. अगर सरकार का हिस्सा होने के बावजूद मेरे कार्यकर्ता सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं तो मुझे दो बार सोचना होगा.