17 साल की थी तब और आज खुद के लिए...प्रियंका के जरिए दक्षिण साधने पर जोर
वायनाड संसदीय सीट उपचुनाव के लिए प्रियंका गांधी ने नामांकन कर दिया है। इस खास मौके पर उन्होंने भावनात्मक अपील की है।
Priyanka Gandhi Wayanad News: केरल की वायनाड सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। यानी कि जीत यहां से 100 फीसद पक्की। अगर आप तीन दशक पहले की बात ना भी करें तो 2019 और 2024 के नतीजों से समझ सकते हैं। 2019 के आम चुनाव में राहुल गांधी ने यूपी की अमेठी सीट के साथ ही वायनाड से भी पर्चा भरा। राजनीतिक गलियारे में चर्चा होती थी कि हार का खौफ था लिहाजा उन्होंने सुरक्षित जगह को चुना। नतीजा भी कुछ वैसा ही आया था। राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार गए थे। 2024 में एक बार फिर उन्होंने वायनाड से किस्मत आजमायी और यहां के लोगों ने निराश भी नहीं किया। लेकिन रायबरेली से मिली जीत के बाद यह साफ हो चुका था कि वो वायनाड वाली सीट छोड़ेंगे और वैसा ही हुआ तभी से कयास लगने शुरू हो गए थे कि यहां से कोई और नहीं बल्कि उनकी बहन, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी यहां से किस्मत आजमाएंगी। बुधवार 23 अक्टूबर को पर्चा भरने के साथ ही भावनात्मक अपील भी की।
आज खुद के लिए कैंपेन
जब मैं 17 साल की थी तब मैंने 1989 में पहली बार अपने पिता के लिए प्रचार किया था। अब 35 साल हो गए हैं, मैंने अलग-अलग चुनावों में अपनी मां, अपने भाई और अपने कई सहयोगियों के लिए प्रचार किया है।लेकिन यह पहली बार है जब मैं अपने लिए प्रचार कर रही हूं। मैं कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जी की बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे यूडीएफ उम्मीदवार बनने का सौभाग्य दिया और अपने परिवार का भी आभारी हूं कि उन्होंने मुझे वायनाड से उम्मीदवार बनने के लिए समर्थन दिया।अगर आप मुझे मौका देते हैं तो आपका प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है।
आखिर क्यों भाता है वायनाड
कुछ महीने पहले मैं अपने भाई के साथ चूरलमाला और मुंडक्कई गया था। मैंने तबाही को अपनी आंखों से देखा, मैंने ऐसे बच्चों को देखा जिन्होंने अपना पूरा परिवार खो दिया, मैं उन माताओं से मिली जिन्होंने अपने बच्चों को खो दिया मैं ऐसे लोगों से मिली जिनका पूरा जीवन भूस्खलन में बह गया। एक बात जो मैंने नोटिस की हर व्यक्ति जिससे मैं मिला, चाहे वह डॉक्टर हो, शिक्षक हो, गृहिणी हो या कोई और, सभी एक-दूसरे की मदद करने में लगे हुए थे। वे बिना किसी लालच के, पूरी तरह से करुणा और प्यार और स्नेह के साथ साहस के साथ एक-दूसरे का समर्थन कर रहे थे। आपके समुदाय का हिस्सा बनना और आपके परिवार का हिस्सा बनना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान और सौभाग्य की बात है।
बीजेपी पर निशाना
जो लोग सत्ता में हैं, उन्होंने सत्ता में बने रहने के लिए नफरत का इस्तेमाल किया और अलगाव पैदा किया। यह वह राजनीति नहीं है जिस पर हमारा राष्ट्र स्थापित हुआ था। महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में हमारा स्वतंत्रता आंदोलन समानता और हर धर्म के प्रति सम्मान से प्रेरित था। ईसा मसीह हमें विनम्रता के बारे में सिखाते हैं, वे हमें सिखाते हैं कि जहां हमारे दिल में प्यार नहीं है, वहां इसका कोई मूल्य नहीं है। बुद्ध की शिक्षाएं, जिन्होंने हमें अहिंसा का मार्ग दिखाया। ये सब मिलकर हमारे राष्ट्रवाद के आधारभूत मूल्य बनाते हैं। ये वे मूल्य हैं जिनके लिए हम आज लड़ रहे हैं। सत्य के लिए, न्याय के लिए, समानता के लिए। इन मूल्यों ने मेरे भाई को प्रेम और एकता के लिए पूरे भारत में चलने के लिए प्रेरित किया।