मलयाली मूवी 'L2: Empuraan' पर विवाद, मोहनलाल ने मांगी माफी, फिल्म में किए गए बदलाव

पिनाराई विजयन द्वारा ‘एम्पुरान’ देखने का निर्णय, भले ही फिल्म में उनका और वामपंथियों का मजाक उड़ाया गया हो, रचनात्मक स्वतंत्रता के समर्थन में एक व्यापक राजनीतिक रुख का संकेत देता है.;

Update: 2025-03-30 10:33 GMT

मलयालम फिल्म 'L2: Empuraan' को लेकर पैदा हुए विवाद ने इस समय जोरदार हलचल मचा दी है. फिल्म की रिलीज के बाद से ही इसे लेकर राजनीतिक और सामाजिक बहस तेज हो गई है. ऐसे में अब फिल्म के अभिनेता मोहनलाल ने अब इस मामले में खेद जताते हुए एक सार्वजनिक बयान जारी किया है. फिल्म के निर्देशक पृथ्वीराज सुकुमारन की यह फिल्म 2019 की हिट 'Lucifer' का सीक्वल है. जो अब गुजरात दंगों को लेकर कथित रूप से आलोचना का केंद्र बन चुकी है.

मोहनलाल का खेद

फिल्म के रिलीज होने के बाद अभिनेता मोहनलाल ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा, "मुझे यह जानकारी मिली है कि Empuraan में जो कुछ राजनीतिक और सामाजिक विषय शामिल किए गए थे, उन्होंने कुछ मेरे शुभचिंतकों को गहरी चिंता में डाल दिया है. एक कलाकार के रूप में यह मेरी जिम्मेदारी है कि मेरी फिल्में किसी भी राजनीतिक आंदोलन, विचारधारा या धार्मिक समूह के खिलाफ न हों. इसलिए, मैं और Empuraan की पूरी टीम अपने प्रियजनों को हुई परेशानी के लिए खेद व्यक्त करते हैं. हम इसे पूरी तरह से स्वीकार करते हैं कि यह जिम्मेदारी हम सभी की है, जिन्होंने फिल्म पर काम किया है. इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए, हमने फिल्म से उन तत्वों को हटाने का निर्णय लिया है, जिनसे विवाद पैदा हुआ था.

फिल्म में किए गए बदलाव

खेद पत्र के बाद, फिल्म निर्माता और निर्देशक ने यह घोषणा की कि वे फिल्म में 17 कट्स करेंगे. इनमें हिंसक सीन को कम करना और कुछ डायलोग में बदलाव करना शामिल है, जिन्हें संघ परिवार और बीजेपी के खिलाफ समझा जा रहा था. फिल्म निर्माता और कलाकारों का यह कदम राइट विंग के दबाव के चलते लिया गया है, जिससे फिल्म के मैसेज को लेकर विवाद और बढ़ गया था.

मोहनलाल और मेजर रवि का मतभेद

पहले Empuraan को एक साहसिक राजनीतिक थ्रिलर माना जा रहा था. लेकिन मोहनलाल का खेद पत्र और फिल्म में किए गए बदलावों को अब एक बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है. फिल्म निर्माता मेजर रवि, जो पहले फिल्म की सराहना कर रहे थे, ने अब इसे एक "एजेंडा-प्रेरित" फिल्म करार दिया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोहनलाल ने फिल्म को रिलीज से पहले नहीं देखा था, जिससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद फिल्म के निर्माता और अभिनेता के बीच आंतरिक मतभेद हो सकते हैं.

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

इस विवाद ने केरल के राजनीतिक हलकों में भी गहरी हलचल मचाई है. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने फिल्म को अपनी पत्नी और परिवार के साथ देखा और इसे संघ परिवार की सेंसरशिप के खिलाफ एक राजनीतिक बयान माना. उन्होंने फेसबुक पर लिखा कि फिल्म में दिखाए गए नरसंहार के संदर्भ ने संघ परिवार को गुस्से में डाल दिया है. यह फिल्म भय का माहौल बना रही है, जो एक लोकतांत्रिक समाज के लिए खतरनाक है. वहीं, कांग्रेस नेता रमेश छिन्निथला ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने संघ परिवार के खिलाफ आलोचना करते हुए कहा कि बीजेपी और उनके सहयोगी दल यह तय नहीं कर सकते कि कलाकार क्या बनाएंगे. 'Empuraan' ने उनके विभाजनकारी एजेंडे का पर्दाफाश किया है.

CBFC का रुख और राजनीति का दबाव

फिल्म के विवाद के बाद केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) ने भी एक बार फिर फिल्म की समीक्षा की. शुरू में केवल कुछ छोटे बदलाव की बात हो रही थी. लेकिन अब इसे राजनीतिक दबाव के तहत सीबीएफसी द्वारा किए गए बदलावों के रूप में देखा जा रहा है. फिल्म के निर्माता को इन बदलावों के लिए आवेदन करना होगा और उसके बाद CBFC इन बदलावों को अनुमोदित करेगा.

व्यावसायिक सफलता और भविष्य

फिल्म Empuraan ने पहले दो दिनों में ही ₹100 करोड़ की कमाई कर ली है. लेकिन इस विवाद के बावजूद फिल्म के निर्माता और कलाकारों का कहना है कि यह दबाव उनकी व्यावसायिक सफलता पर असर डालने के बजाय फिल्म की दृश्यता और लोकप्रियता को और बढ़ा सकता है. हालांकि, मोहनलाल का खेद पत्र और फिल्म में किए गए बदलाव यह संकेत देते हैं कि कलाकारों और निर्माताओं पर राजनीतिक दबाव के चलते उन्हें अपना स्टैंड बदलने पर मजबूर होना पड़ा है.

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