‘हंसाएगी, रुलाएगी और तालियां बजवाएगी’, Mahesh Babu ने की Sitaare Zameen Par की तारीफ
तेलुगु सुपरस्टार महेश बाबू ने आमिर खान की नई फिल्म सितारे जमीन पर को दिल छू लेने वाली फिल्म बताया है.;
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वो सिर्फ एक अभिनेता नहीं बल्कि एक बेहतरीन कहानीकार भी हैं. उनकी नई फिल्म सितारे जमीन पर को दर्शकों और समीक्षकों से जबरदस्त सराहना मिल रही है. ये फिल्म साल 2007 की सुपरहिट तारे जमीन पर की थीमैटिक सीक्वल मानी जा रही है और इसमें इस बार कहानी बच्चों के बजाय न्यूरोडाइवर्जेंट एडल्ट्स यानी विशेष जरूरतों वाले युवाओं पर केंद्रित है.
महेश बाबू का प्यार भरा रिएक्शन
#SitaareZameenPar …Shines so bright and how…..It’ll make you laugh, cry and clap!! Like all Aamir Khan’s classics, you’ll walk out with a big smile on your face…
— Mahesh Babu (@urstrulyMahesh) June 22, 2025
Love and Respect..♥️♥️♥️#AamirKhan @geneliad @r_s_prasanna @AKPPL_Official @ShankarEhsanLoy #AmitabhBhattacharya…
तेलुगु सिनेमा के सुपरस्टार महेश बाबू ने इस फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं साझा की उन्होंने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, #SitaareZameenPar …Shines so bright and how….. It’ll make you laugh, cry and clap!! Like all Aamir Khan’s classics, you’ll walk out with a big smile on your face… Love and Respect. यानी ये फिल्म आपको हंसाएगी, रुलाएगी और आपकी तालियां निकलवा देगी. उन्होंने इसे आमिर खान की पुरानी क्लासिक फिल्मों जैसा अनुभव बताया.
फिल्म की कहानी क्या है?
आर.एस. प्रसन्ना के निर्देशन में बनी इस फिल्म में आमिर खान एक घमंडी बास्केटबॉल कोच की भूमिका में हैं, जिसे शराब पीकर गाड़ी चलाने (DUI) के कारण सजा मिलती है. जिसमें उसे एक विशेष बच्चों की टीम को कोचिंग देनी होती है. शुरुआत में वो इस जिम्मेदारी को अनिच्छा से निभाता है, लेकिन जैसे-जैसे वो इन युवाओं के करीब आता है. ये अनुभव उसके और टीम के लिए एक जीवन बदल देने वाली यात्रा बन जाती है. फिल्म में कॉमेडी, इमोशन और इंस्पिरेशन का बेहतरीन मिक्स है.
फिल्म सितारे जमीन पर सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक अनुभव है जो समाज के एक अनदेखे पहलू को सुंदरता से उजागर करता है. महेश बाबू जैसे स्टार का इसे क्लासिक कहना इस बात का प्रमाण है कि आमिर खान की फिल्में आज भी दिलों तक पहुंचती हैं, सिर्फ दिमाग तक नहीं. अगर आपने ये फिल्म अभी तक नहीं देखी है, तो ये हफ्ता इसका अनुभव लेने का बिल्कुल सही मौका है.