रणवीर इलाहबादिया की माफ़ी दिखावटी या वास्तविक; सहानुभूति पाने की एक और कोशिश

इडिया गोट लेटेंट में माता-पिता को लेकर की गयी अभद्र टिपण्णी से विवाद में घिरे रणवीर इलाहबदिया ने एक विडियो जारी करते हुए डैमेज कंट्रोल की कोशिश की है.;

Update: 2025-03-30 18:21 GMT

Ranveer Allahabadia Let's Talk : रणवीर इलाहबादिया एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार उनकी स्मार्टनेस या पॉडकास्टिंग स्किल्स की वजह से नहीं, बल्कि उनके विवादास्पद बयान के कारण। इंडिया गॉट लेटेंट शो में माता-पिता को लेकर की गई उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी पर बवाल मचने के बाद उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर एक माफ़ीनुमा वीडियो अपलोड किया है। हालांकि, यह वीडियो माफ़ी से ज़्यादा एक सोची-समझी पब्लिक रिलेशंस रणनीति लगती है, जिसका मकसद खुद को बचाना और सहानुभूति बटोरना है।


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माफ़ी या खुद की तारीफ़?

रणवीर के लगभग 4 मिनट 53 सेकंड के इस वीडियो की शुरुआत एक संदेश से होती है— "There is more to say but not right now, Thank you for your patience" (कहने को और भी बहुत कुछ है, लेकिन अभी नहीं, आपके धैर्य के लिए धन्यवाद)। यह शुरुआत ही बताती है कि रणवीर इस मुद्दे को खींचना चाहते हैं, ताकि इसकी चर्चा बनी रहे और उनकी ब्रांड वैल्यू को नुकसान न हो।

इसके बाद, वह बेहद विनम्र आवाज़ में खुद को पीड़ित की तरह पेश करते हैं और उन लोगों का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने मुश्किल समय में उनका साथ दिया। सवाल उठता है—यह मुश्किल समय किसके लिए है? उनके लिए, जिन्होंने उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी सुनी और आहत हुए, या फिर खुद रणवीर के लिए, जो अपनी छवि बचाने में लगे हैं?


जानबूझकर की गई गलती को "गलती" कह देना काफी है?

रणवीर ने अपने वीडियो में यह दिखाने की कोशिश की कि उनका बयान अनजाने में हुआ था, जबकि यह किसी भी तरह से 'गलती' नहीं बल्कि एक जानबूझकर किया गया कृत्य था। उनका पूरा ब्रांड बोल्ड और बेबाक बातचीत के इर्द-गिर्द घूमता है, लेकिन जब इस बेबाकी से नुकसान होता है, तो तुरंत "दोषी नहीं, दयनीय" बनने की कोशिश शुरू हो जाती है।

उन्होंने यह भी ज़ोर देकर कहा कि उनके टीम के लोग उनके साथ बने हुए हैं और किसी ने नौकरी नहीं छोड़ी। इसका मतलब यह निकाला जा सकता है कि वह अपने वीडियो के ज़रिए खुद को अच्छा बॉस और एक मज़बूत इंसान साबित करना चाहते हैं, बजाय इसके कि वे अपनी गलती की गंभीरता को पूरी तरह से स्वीकार करें।


क्या यह काफी है?

रणवीर का वीडियो एक क्लासिक उदाहरण है कि कैसे सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स गलतियाँ करने के बाद खुद को ‘गलत समझा गया इंसान’ बताने की कोशिश करते हैं। सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ एक ‘कंट्रोल्ड डैमेज’ (नुकसान नियंत्रण) रणनीति है, या फिर वास्तव में गलती सुधारने का प्रयास?

रणवीर ने अपने वीडियो में कहा कि वह आगे से ध्यान रखेंगे कि ऐसी कोई गलती न हो। लेकिन यह आश्वासन काफ़ी नहीं है। यदि उनकी मंशा वाकई सही होती, तो वे इस मुद्दे को हल्के में लेने के बजाय, अपनी गलती को पूरी तरह स्वीकार करते और केवल अपनी छवि सुधारने की कोशिश करने के बजाय, आहत हुए लोगों की भावनाओं पर फोकस करते।

रणवीर इलाहबादिया के इस वीडियो से एक ही चीज़ साफ़ होती है—यह माफ़ी कम और खुद को बचाने की रणनीति ज़्यादा है।


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