साल 2025 में बॉक्स ऑफिस पर रोमांस की असली परीक्षा दिखी
साल 2025 में बॉलीवुड में रोमांस की असली परीक्षा देखने को मिली. मेट्रो इन डिनो से परम् सुंदरी तक.
बॉलीवुड के लिए रोमांस की वापसी का ये साल साबित हुआ. मेट्रो इन डिनो, सैयारा, आप जैसा कोई और परम् सुंदरी जैसी फिल्मों के साथ दर्शक फिर से दिल छूने वाली कहानियों की उम्मीद कर रहे हैं. साल 2025 बॉलीवुड के लिए बेहद अहम साबित हो रहा है. पिछले कुछ समय से जहां एक्शन और थ्रिलर फिल्मों का बोलबाला था, वहीं अब दर्शक फिर से दिल को छू लेने वाली प्रेम कहानियों की तलाश में हैं. इसी बीच चार बड़ी रोमांटिक फिल्में ‘मेट्रो… इन डिनो’, ‘सैयारा’, ‘परम् सुंदरी’ और ‘आप जैसा कोई’ रिलीज हुई. जो बॉलीवुड के लिए ये तय करती नजर आई कि क्या दर्शक अब भी सच्चे और भावनात्मक प्यार की कहानियों को पसंद करते हैं या नहीं.
Metro… In Dino – धीमी शुरुआत के बावजूद उम्मीदें बाकी हैं
निर्देशक अनुराग बसु की बहुप्रतीक्षित फिल्म Metro… In Dino को लेकर दर्शकों में खासा उत्साह था. ये फिल्म उनकी 2007 की हिट Life in a… Metro की आत्मा को आगे बढ़ाने वाली कही जा रही थी. फिल्म में हैं आदित्य रॉय कपूर, सारा अली खान, अली फज़ल, कोंकणा सेन शर्मा और पंकज त्रिपाठी जैसे दमदार कलाकार. कहानी आधुनिक रिश्तों, दिल टूटने और शहर की भीड़ में अकेलेपन को छूती है, लेकिन उम्मीदों के बावजूद, फिल्म ने रिलीज के पहले 5 दिनों में सिर्फ 22 करोड़ की कमाई की जो इस स्तर की फिल्म के लिए कम मानी जा रही है. कई समीक्षकों का मानना है कि फिल्म का धीमा प्रदर्शन शायद दर्शकों की बदलती पसंद को दर्शाता है. हो सकता है कि अब मल्टी-स्टोरी रोमांस वाले कॉन्सेप्ट को नए ढंग से प्रस्तुत करने की जरूरत हो.
Aap Jaisa Koi उम्र के पार वाला सच्चा प्यार
आर. माधवन और फातिमा सना शेख़ की फिल्म आप जैसा कोई जुलाई के तीसरे हफ्ते में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो रही है. ये फिल्म युवाओं के बजाय परिपक्व उम्र के दो इंसानों की कहानी है जो जिंदगी के उतार-चढ़ाव के बीच फिर से प्यार और अपनापन खोजते हैं. आर. माधवन का कहना है मैं हमेशा उम्र के अनुसार रोमांस करना चाहता था. जब मैंने यह कहानी सुनी, तो लगा इससे बेहतर मौका नहीं मिल सकताय. वहीं फातिमा ने कहा, ये कहानी बहुत खूबसूरत है, हर पल इससे जुड़ा हुआ महसूस होता है. ये फिल्म बॉलीवुड में उन रिश्तों पर नई रोशनी डाल सकती है जिन्हें आमतौर पर पर्दे पर नजर अंदाज कर दिया जाता है. आप जैसा कोई शायद वही गहराई लाए जिसकी रोमांटिक फिल्मों में आज कमी महसूस होती है.
Saiyaara – सोशल मीडिया की सनसनी बन चुकी प्रेम कहानी
निर्देशक मोहित सूरी की फिल्म सैयारा में हैं दो नए चेहरे आहान पांडे और अनीत पड्डा. इंस्टाग्राम, टिकटॉक और ट्विटर पर फिल्म से जुड़ी क्लिप्स और गाने लाखों बार शेयर किए गए. सैयारा ने युवाओं के बीच ऐसा क्रेज पैदा किया है जैसा नए कलाकारों के लिए कम ही देखने को मिलता है. फिल्म की कहानी आधुनिक दौर के प्यार और डिजिटल युग में रिश्तों की नाजुकता को दिखाती है. युवा दर्शक, जो मोबाइल स्क्रीन पर प्यार देखते और जीते है.
Param Sundari जब उत्तर और दक्षिण का दिल मिल गया
जुलाई के अंत में रिलीज हुई ‘परम् सुंदरी’ को कहा जा रहा है इस महीने की सबसे क्लासिक बॉलीवुड-स्टाइल रोमांटिक फिल्म. फिल्म में हैं सिद्धार्थ मल्होत्रा और जान्हवी कपूर, और निर्देशन किया है तुषार जलोटा ने. ये कहानी है उत्तर भारत के एक पंजाबी युवक और दक्षिण भारत की एक तेज़-तर्रार लड़की की दो संस्कृतियां, दो सोच, लेकिन एक धड़कन. कहानी में पारिवारिक ड्रामा, हल्का-फुल्का हास्य और गहरा रोमांस सब कुछ है, जो दर्शकों को पुराने दौर के यश चोपड़ा-स्टाइल रोमांस की याद दिला सकता है. फिल्म की शूटिंग भारत के खूबसूरत इलाकों में हुई है, जिससे इसे एक भव्य विजुअल अपील मिलती है. सिद्धार्थ मल्होत्रा पहले भी एक विलेन और कपूर एंड सन्स जैसी रोमांटिक फिल्मों से दिल जीत चुके हैं, जबकि जान्हवी कपूर ने लगातार अपनी एक्टिंग से प्रभावित किया है. ‘परम् सुंदरी’ में दोनों की केमिस्ट्री और गहराई वाली कहानी शायद वही जादू लाए जो पुराने बॉलीवुड रोमांस को फिर से जिंदा कर दे.
‘मेट्रो इन डिनो’ की धीमी शुरुआत, ‘सैयारा’ की डिजिटल दीवानगी, ‘आप जैसा कोई’ की भावनात्मक परिपक्वता और ‘परम् सुंदरी’ की क्लासिक अपील सब मिलकर जुलाई को रोमांस का असली इम्तिहान बना रहे हैं. दर्शकों का मूड अब सिर्फ ग्लैमर नहीं, बल्कि दिल से जुड़ी कहानियों की ओर झुकता दिख रहा है. अगर इनमें से एक या दो फिल्में भी सही मायनों में असर छोड़ पाईं, तो यह महीना बॉलीवुड के लिए “Romance Revival” साबित हो सकता है.
प्यार बदल रहा है, पर दिल अब भी वही है
बॉलीवुड के रोमांस का चेहरा भले ही बदल गया हो — अब उसमें इंस्टाग्राम, रील्स और यथार्थवादी संवाद हैं. दिल की कहानियां हमेशा दर्शकों के दिलों में सबसे गहरी छाप छोड़ती हैं.