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दिल्ली-एनसीआर में आए भूकंप का केंद्र दिल्ली का धौला कुआं इलाका था। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4 दर्ज की गई थी।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहे एक यात्री ने कहा, "हमें ऐसा लगा जैसे कोई ट्रेन जमीन के नीचे चल रही हो...सब कुछ हिल रहा था।"
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहे एक यात्री ने बताया, "यह कम समय के लिए था, लेकिन तीव्रता बहुत अधिक थी। ऐसा लगा जैसे कोई ट्रेन बहुत तेज गति से आई हो।
भूकंप के बारे में गाजियाबाद के एक निवासी ने कहा, "भूकंप बहुत तेज़ था। मैंने पहले कभी ऐसा महसूस नहीं किया था। पूरी इमारत हिल रही थी।
दिल्ली भूकंप के प्रति संवेदनशील है और भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के भूकंपीय क्षेत्र मानचित्र के उच्च भूकंपीय क्षेत्र यानी जोन चार में स्थित है।
पिछले महीने 23 जनवरी को चीन के शिनजियांग में 80 किलोमीटर की गहराई पर 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था। उसका असर दिल्ली-एनसीआर में जोरदार झटके महसूस किए गए थे। उससे दो हफ़्ते पहले 11 जनवरी को अफगानिस्तान में 6.1 तीव्रता का भूकंप आने के बाद दिल्ली और एनसीआर में हल्के झटके महसूस किए गए थे।
देश में भूकंप की गतिविधियों की निगरानी के लिए भारत सरकार की नोडल एजेंसी, राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने एक अपडेट में कहा कि भूकंप के झटके पूरे उत्तर भारत में महसूस किए गए, जिसका केंद्र दिल्ली था।
रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.0 दर्ज की गई। जमीन के अंदर इसकी गहराई पांच किमी थी।
दिल्ली एनसीआर में तड़के करीब साढ़े पांच बजे धरती डोल गई। भूकंप का झटका इतना तेज था कि पल भर किसी को कुछ समझ में नहीं आया कि क्या हो गया। दहशत में लोग घरों से बाहर निकल पड़े।