संजय मल्होत्रा होंगे RBI के नए गवर्नर, 11 दिसम्बर को संभालेंगे पद
एमएसपी जैसे कई मामलों को लेकर किसान पंजाब-हरियाणा स्थित शंभू बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। किसानों ने अपनी मांग के समर्थन में दिल्ली कूच करने का फैसला किया है। इस विषय पर सुप्रीम कोर्ट में बॉर्डर खोले जाने से लेकर कई दूसरी अर्जियां भी लगाई गई थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत सुनवाई से इनकार किया है।
हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। इन सबके बीच गौतम अडानी के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शामिल हुए। हालांकि समाजवादी पार्टी और टीएमसी ने दूरी बनाई।
कांग्रेस के कद्दावर नेता प्रमोद तिवारी का कहना है कि सरकार सदन को चलने नहीं देना चाहती...लोगों के बीच इसकी छवि खराब हो रही है। हम चाहते हैं कि सदन चले और अडानी, किसानों और मणिपुर मुद्दे पर बहस हो..." किसान यहां (दिल्ली में) आना चाहते हैं। उनकी संख्या बहुत सीमित है, उन्हें आने दिया जाना चाहिए। सरकार को उनकी मांग सुननी चाहिए। वे (प्रदर्शनकारी किसान) अपने लिए नहीं बल्कि किसानों और देश के लिए मांग कर रहे हैं।"
दिल्ली के दो नामी गिरामी स्कूलों डीपीएस आर के पुरम और जी डी गोयनका को बम की धमकी वाले मेल झूठे निकले। दिल्ली पुलिस ने उसे धमकी को होक्स मेल बताया है। बता दें कि इस तरह के मेल के बाद दोनों स्कूलों ने अपने बच्चों को वापस घर भेज दिया था।
धमकी की यह मामला एक महीने से अधिक समय बाद हुई है। उस वक्त देश भर के कई सीआरपीएफ स्कूलों, जिनमें दिल्ली के दो और हैदराबाद का एक स्कूल शामिल थे। उन्हें ई-मेल के माध्यम से बम धमकियां मिली थीं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक 21 अक्टूबर की रात तमिलनाडु के एक CRPF स्कूल को पहली बार धमकी मिली थी।
दिल्ली के दो नामी स्कूलों डीपीएस आरके पुरम और जी डी गोयनका को बम की धमकी मिली थी। ऐहतियातन स्कूल प्रशासन ने बच्चों को वापस घर भेज दिया।
पीएम नरेंद्र मोदी 9 साल बाद पानीपत जाएंगे। यहां वो एलआईसी की बीमा सखी योजना में हिस्सा लेंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मॉस्को में हैं जहां वो कुछ खास मुद्दों पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत करेंगे। इसके साथ ही INS तुशील के जलावतरण समारोह में भी शिरकत करेंगे।
सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद अब रूस में हैं। एचटीएस के विद्रोह के बाद उन्होंने अपने देश को छोड़ दिया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राजनीतिक शरण दी है।