सुरक्षाबलों की मेहनत रंग लाई, पहलगाम हमले का अंत
लोकसभा में अमित शाह ने बताया कि पहलगाम हमले में शामिल लश्कर के तीन आतंकी सुलेमान, अफरान और जिबरान ऑपरेशन महादेव में मारे गए.;
लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर दूसरे दिन भी विशेष चर्चा जारी रही. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चर्चा के दौरान विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दिया और हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र किया. अमित शाह ने बताया कि पहलगाम में धर्म पूछकर निर्दोष लोगों की बर्बर हत्या की गई, जो देश के लिए गहरी पीड़ा का कारण है. उन्होंने इस हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं.
ऑपरेशन महादेव की जानकारी
गृह मंत्री ने बताया कि ऑपरेशन महादेव में तीन आतंकी सुलेमान उर्फ फैजल, अफरान और जिबरान को मार गिराया गया. ये सभी आतंकी पहलगाम हमले में शामिल थे. शाह ने कहा कि ये ऑपरेशन सेना और सीआरपीएफ का संयुक्त अभियान था. उन्होंने सदन में कहा, मैं पूरे देश को ये बताना चाहता हूं कि जिन्होंने हमारे नागरिकों को मारा था, वो तीनों आतंकी मारे गए हैं.”
आतंकियों को भागने नहीं दिया गया
अमित शाह ने बताया कि सुरक्षाबलों की बैठक में ये तय किया गया कि पहलगाम हमले के जिम्मेदार आतंकियों को किसी भी कीमत पर देश से भागने नहीं दिया जाएगा. इसके लिए सेंसर और सिग्नल ट्रैकिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने कहा कि आईबी और सेना द्वारा मई से 22 जुलाई तक लगातार प्रयास किए गए, ताकि आतंकियों का लोकेशन पता लगाया जा सके. ठंड और ऊंचाई की कठिन परिस्थितियों में भी सेना के अधिकारी पैदल चलकर सिग्नल कैप्चर करते रहे, जिसके परिणामस्वरूप यह ऑपरेशन सफल हुआ.