अमेरिका का झटका या भारत को मौका? 50% टैरिफ पर मंथन

रूस से तेल खरीद पर नाराज़ ट्रंप ने भारत पर टैरिफ 25% से बढ़ाकर 50% किया। नीति आयोग के पूर्व सीइओ अमिताभ कांत ने इसे सुधारों की दिशा में दुर्लभ अवसर बताया।;

Update: 2025-08-07 04:50 GMT

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर लगाए गए टैरिफ को दोगुना कर दिया है पहले घोषित 25% शुल्क को अब बढ़ाकर 50% कर दिया गया है। ट्रंप का कहना है कि यह फैसला रूस से तेल की खरीद जारी रखने पर भारत को "सज़ा" देने के रूप में लिया गया है।

जहां व्यापारिक विशेषज्ञ और कारोबारी वर्ग इस निर्णय को भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों और घरेलू उद्योगों के लिए चिंता का विषय मान रहे हैं, वहीं भारत के पूर्व G20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व CEO अमिताभ कांत ने इसे एक पीढ़ी में एक बार मिलने वाला सुधारों का अवसर बताया है।

'संकट को अवसर में बदलिए'

एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कांत ने लिखा है कि ट्रंप ने हमें सुधारों की अगली बड़ी छलांग लगाने का एक पीढ़ी में एक बार मिलने वाला अवसर दिया है। इस संकट का पूरी तरह उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने इस फैसले को एक स्ट्रक्चरल रिफॉर्म की दिशा में धकेलने वाला अवसर माना है, जो भारत के लिए वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में खुद को दोबारा परिभाषित करने का मौका हो सकता है।


क्या कहा ट्रंप ने?

30 जुलाई को ट्रंप ने भारत से अमेरिका को होने वाले निर्यात पर 25% टैरिफ की घोषणा की थी। हालांकि, अब उन्होंने इसमें 25% और जोड़कर कुल 50% शुल्क लागू कर दिया है।

ट्रूथ सोशल पर पोस्ट करते हुए ट्रंप ने लिखा है कि भारत हमारा मित्र है, लेकिन वर्षों से हमने उनके साथ बहुत कम व्यापार किया है क्योंकि उनके टैरिफ बहुत अधिक हैं – दुनिया में सबसे अधिक – और वे व्यापार के रास्ते में बेहद सख्त और असहनीय गैर-आर्थिक बाधाएं लगाते हैं। इसके अलावा, भारत हमेशा अपने सैन्य उपकरणों का अधिकांश हिस्सा रूस से खरीदता रहा है और चीन के साथ रूस का सबसे बड़ा ऊर्जा खरीदार है – ऐसे समय में जब सभी चाहते हैं कि रूस यूक्रेन में मारकाट बंद करे यह सब सही नहीं है!

50% टैरिफ का भारत पर असर

इस भारी टैरिफ का सीधा असर भारत के निर्यात पर पड़ेगा, विशेषकर उन उत्पादों पर जो पहले से ही अमेरिकी बाज़ार में प्रतिस्पर्धा का सामना कर रहे हैं। उच्च शुल्क से भारतीय वस्तुएं महंगी हो जाएंगी, जिससे उनकी डिमांड में गिरावट आ सकती है।

प्रभावित होने वाले प्रमुख उत्पाद

झींगे (Shrimps)

जैविक रसायन (Organic Chemicals)

कालीन (Carpets)

वस्त्र एवं परिधान (Knitted & Woven Apparel, Textiles)

गहने व रत्न (Gems & Jewellery)

इस्पात, एल्यूमिनियम, तांबा (Steel, Aluminium, Copper)

यंत्र व मशीनरी (Machinery & Mechanical Appliances)

फर्नीचर व बेडिंग (Furniture and Bedding)

इन सभी पर कम से कम 50% टैरिफ लागू होगा।

वाहनों (Vehicles) पर 26% शुल्क

पेट्रोलियम उत्पादों पर 6.9% शुल्क

दो चरणों में लागू होगी टैरिफ नीति

पहला 25% शुल्क: 7 अगस्त, सुबह 9:30 बजे (IST) से प्रभावी

अतिरिक्त 25% (कुल 50%): 21 दिनों बाद से लागू

डोनाल्ड ट्रंप की यह नीति भारत-अमेरिका के बीच व्यापारिक समीकरणों को नई दिशा दे सकती है। जहां इससे निर्यातकों को तत्काल झटका लग सकता है, वहीं कुछ विशेषज्ञ इसे भारत के लिए आंतरिक सुधार, उत्पादन क्षमता में वृद्धि और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर भी मान रहे हैं।

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