रोबर्ट वाड्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने दायर की चार्जशीट
संजय भंडारी से जुड़े विदेशी लेन-देन और संपत्तियों की जांच का उल्लेख चार्जशीट में किया गया है, वाड्रा ने आरोपों को राजनीतिक बताकर किया खारिज।
By : The Federal
Update: 2025-11-20 11:27 GMT
Chargesheet Aganist Robert Vadra : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गाँधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अभियोजन शिकायत (चार्जशीट) दाखिल कर दी है। यह मामला यूके स्थित डिफेंस डीलर संजय भंडारी से जुड़े कथित विदेशी संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन से संबंधित है। चार्जशीट दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में दायर की गई है, जिससे यह पुराना मामला एक बार फिर राजनीतिक और कानूनी हलकों में सुर्खियों में है।
भंडारी से जुड़े विदेशी लेन-देन और लंदन प्रॉपर्टी पर आरोप
ED के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, वाड्रा का बयान इस साल जुलाई में PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत रिकॉर्ड किया गया था। एजेंसी का आरोप है कि वाड्रा की विदेशों में स्थित कुछ संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन का सीधा या परोक्ष संबंध संजय भंडारी के नेटवर्क से जुड़ा है।
जांच की शुरुआत 2016 में आयकर विभाग द्वारा भंडारी के ठिकानों पर की गई छापेमारी से होती है। इन छापों में मिले ईमेल और दस्तावेज़ों में भंडारी और वाड्रा के आपसी संपर्क, लंदन की एक संपत्ति के नवीनीकरण और उससे जुड़े खर्चों का उल्लेख होने का दावा किया गया है।
जांचकर्ताओं का कहना है कि यह लंदन स्थित प्रॉपर्टी भंडारी के नाम पर थी। इसका नवीनीकरण वाड्रा के निर्देश पर किया गया। यह काम उनके कथित मध्यस्थों के माध्यम से कराया गया।
हरियाणा की जमीन के सौदे भी जांच के दायरे में
पिछले कई वर्षों में ED ने हरियाणा में वाड्रा, भंडारी और उनसे जुड़े लोगों के बीच हुए भूमि सौदों की भी जांच की है। एजेंसी का आरोप है कि ये सौदे एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा थे। फंड को इधर-उधर घुमाने और संपत्तियों के अधिग्रहण की प्रक्रिया इसी नेटवर्क से चलती थी। संजय भंडारी 2016 में भारत छोड़कर विदेश चला गया और बाद में दिल्ली की अदालत ने भंडारी को फ्यूजिटिव इकोनॉमिक ऑफेंडर घोषित किया।
संपत्तियों की कुर्की और कथित प्रोसीड्स ऑफ क्राइम
जांच के दौरान ED ने भारत में कई संपत्तियाँ कुर्क की थीं, जिन्हें वाड्रा या उनसे जुड़े संस्थानों से जुड़ा बताया गया। एजेंसी का कहना है कि ये संपत्तियाँ भंडारी के ऑफशोर सौदों से जुड़ी अवैध कमाई से बनाई गई थीं।
वाड्रा का रुख: “राजनीतिक बदले की कार्रवाई”
रॉबर्ट वाड्रा ने इन सभी आरोपों का लगातार खंडन किया है। उनका कहना है कि ये जांच राजनीतिक प्रेरणा से संचालित है। वे लंदन में किसी भी संपत्ति के मालिक नहीं हैं। ED द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों की व्याख्या “मनमानी और भ्रामक” है।
वाड्रा का यह भी कहना है कि वे जांच एजेंसियों के साथ सहयोग कर रहे हैं और मामले में कोई गलत काम नहीं किया है।