दोनों इंजन फेल या पक्षी से टकराव? हादसे की वजहों पर मंथन जारी

अहमदाबाद एयर इंडिया हादसे की जांच जारी है। विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों इंजन फेल या बर्ड हिट जैसी तकनीकी वजहें इस क्रैश के पीछे हो सकती हैं।;

Update: 2025-06-12 17:27 GMT

Air India Plane Crash: अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की दर्दनाक दुर्घटना के पीछे दोनों इंजनों का फेल होना या उड़ान के तुरंत बाद बर्ड हिट (पक्षी से टकराव) जैसे संभावित कारण हो सकते हैं। विमान में कुल 242 लोग सवार थे और यह हादसा रनवे से टेक-ऑफ के कुछ ही सेकंड बाद रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

तीन वरिष्ठ वाइड-बॉडी पायलट जो विमानन प्रशिक्षक भी हैं उन्होंने पीटीआई को बताया कि हादसे के वीडियो को देखकर ऐसा लगता है कि टेक-ऑफ के लिए आवश्यक थ्रस्ट (गति बल) विमान के इंजनों से नहीं मिल पाया। उनका मानना है कि यह एकतरफा इंजन फेल का मामला नहीं लगता, क्योंकि ऐसी स्थिति में विमान असंतुलित होकर झूलता, जबकि यहां वह सीधे गिरा।

संभावित कारण क्या हो सकते हैं?

एक कमांडर ने कहा, ऐसा लगता है कि दोनों इंजनों में एक साथ थ्रस्ट की कमी आई। यह संभावना है कि दोनों इंजन पूरी शक्ति नहीं दे सके हों। हालांकि ये सिर्फ प्रारंभिक अनुमान हैं। उन्होंने यह भी कहा कि टेक-ऑफ के समय विमान के फ्लैप ऊपर या लैंडिंग गियर नीचे हो सकते थे।

दूसरे कमांडर ने कहा कि जिस तरह विमान नीचे गिरा, उससे लगता है कि दोनों इंजनों में पर्याप्त थ्रस्ट नहीं था। अगर टेक-ऑफ के तुरंत बाद पक्षियों से टकराव हुआ और इंजन फ्लेमआउट हो गया, तो यह कारण बन सकता है।

तीसरे पायलट ने बताया कि अगर एक इंजन फेल हुआ हो और साथ ही टेक-ऑफ के बाद लैंडिंग गियर नहीं समेटा गया हो, तो यह दूसरे इंजन पर ज्यादा दबाव डाल सकता है जिससे वह भी पर्याप्त शक्ति न दे पाए।

अधिक वज़न की आशंका और उड़ान की गति

कुछ रिपोर्टों में यह भी कहा गया कि विमान का वजन तय सीमा से ज्यादा हो सकता है। लेकिन एक कमांडर का कहना है कि अगर ऐसा होता, तो टेक-ऑफ ही संभव नहीं होता। उन्होंने बताया कि विमान की उड़ान गति (V1) का निर्धारण उसके वजन से होता है, और अगर यह सही न हो तो इंजन प्लेन को हवा में नहीं उठा पाते।

डीजीसीए और एयर इंडिया की प्रतिक्रिया

नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने बयान जारी कर कहा कि विमान ने रनवे 23 से उड़ान भरी थी और उसके तुरंत बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल को MAYDAY कॉल दी गई। इसके बाद विमान का कोई उत्तर नहीं मिला और वह हवाई अड्डे की सीमा से बाहर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

एयर इंडिया के सीईओ और एमडी कैंपबेल विल्सन ने एक वीडियो संदेश में कहा, “जांच में समय लगेगा, लेकिन इस वक्त जो कुछ भी किया जा सकता है, हम कर रहे हैं।

जांच से खुलेंगे सारे राज़

इस हादसे की असली वजहें विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की विस्तृत जांच के बाद ही सामने आएंगी। लेकिन शुरुआती अनुमानों से यह ज़रूर स्पष्ट होता है कि यह महज़ तकनीकी चूक नहीं बल्कि विमान के संचालन में कई संभावित कमजोरियों का नतीजा हो सकता है।

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