चरखी दादरी से लेकर मंगलौर तक, हर बार विमान हादसों ने देश को झकझोरा
अहमदाबाद विमान हादसे से देश को झकझोर दिया। पहले भी बड़े विमान हादसे हुए हैं और प्रबंधन से लेकर सुरक्षा तक सवाल उठे हैं।;
अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गया। यह अब तक के सबसे भीषण हादसों में से एक है।टेक ऑफ के तुरंत बाद विमान में आग लग गई और अहमदाबाद एयरपोर्ट के बाहरी इलाके मेघानीनगर में विमान गिर गया। पूरे इलाके में काले धुएं का गुबार छा गया।विमान लंदन जा रहा था। अहमदाबाद में हुए भीषण दुर्घटना ने देश में विमान हादसों की याद दिला दी। देखा जाए तो इससे पहले भी भारत में कई बड़े विमान हादसे हुए हैं जिनमें लोगों को बचने का मौक़ा तक नहीं मिला।हर बार विमान दुर्घटना का अलग कारण रहा और हर बार सुरक्षा और चूक का मामला उठा।
भारत में कई विमान हादसे हुए जिसमें किसी में तकनीकी कमी रही तो किसी में मानवीय चूक का ख़ामियाज़ा भुगतना पड़ा।चरखी दादरी से लेकर सत्तर के दशक में हुए मुंबई विमान हादसे ने हर बार यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठाए।
कन्नूर सैन्य विमान हादसा (8 जनवरी 2023 )
भारतीय नौसेना का डोर्नियर विमान तकनीकी खराबी की वजह से हादसे का शिकार हो गया।हालांकि इसकी अभी जांच जारी है।इस दुर्घटना से सैन्य विमानन सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हुए।
कोझिकोड विमान हादसा (7अगस्त 2020)
एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट दुबई से कोझिकोड आ रही थी।वंदे भारत मिशन के तहत इसमें यात्री भारत आ रहे थे।भारी बारिश के कारण विमान रनवे से फिसल गया और इससे विमान दो हिस्सों में टूट गया। इस अप्रत्याशित दुर्घटना में 21 लोगों की मौत हो गई थी।इस दुर्घटना का कारण भारी बारिश और खराब मौसम को माना गया।रनवे की स्थिति और लैंडिंग के दौरान पायलट के निर्णय पर भी सवाल उठे।
मंगलोर विमान हादसा (22 मई 2010)
एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-812 दुबई से मंगलोर आ रही थी।लैंडिंग के दौरान विमान रनवे से फिसलकर घाटी में गिर गया।इस हादसे में 158 लोगों की मौत हो गयी थी।एयर इंडिया एक्सप्रेस का बोइंग 737-800, जो दुबई से मंगलौर आ रहा था, लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसल गया और खाई में गिरकर जल गया।इस दुर्घटना की जांच में पायलट की गलती, सामने आई।ख़ास तौर से थकान और गलत लैंडिंग तकनीक को कारण माना गया। रनवे की लंबाई और सुरक्षा क्षेत्र की कमी भी चर्चा में आई।
पटना विमान हादसा (2000)
पटना में लैंडिंग के दौरान इंडियन एयरलाइंस का विमान रिहायशी इलाके में गिर गया था।इस हादसे में विमान में सवार 55 लोगों की मौत हो गई थी।आस-पास के लोगों ने इतना भयानक मंज़र नहीं देखा था। विमान बोइंग 737-200 कोलकाता से दिल्ली जा रहा था, लेकिन पटना में लैंडिंग के दौरान तकनीकी खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया।विमान एक आवासीय क्षेत्र में गिरा।इस हादसे का कारण पायलट का नियंत्रण खोना और तकनीकी खराबी को माना गया।इस हादसे ने पटना हवाई अड्डे को देश के सबसे खतरनाक हवाई अड्डों में शामिल कर दिया और शहरी क्षेत्रों के पास हवाई अड्डों की सुरक्षा पर सवाल उठाए गए।
चरखी दादरी विमान दुर्घटना (12 नवंबर1996)
हरियाणा के चरखी दादरी में सऊदी अरब का विमान और कजाकिस्तान का विमान हवा में टकरा गए।यह दुनिया की सबसे घातक मिड-एयर कोलिजन में से एक है।सऊदी अरेबियन एयरलाइंस का बोइंग 747 और कजाकिस्तान एयरलाइंस का इल्यूशिन Il-76 दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास हवा में टकरा गए।दोनों विमान एक ही हवाई मार्ग पर विपरीत दिशाओं में उड़ान भर रहे थे।हादसे में दोनों विमानों में सवार सभी 349 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 231 भारतीय,18 सऊदी, 9 नेपाली, 3 पाकिस्तानी, 2 अमेरिकी और 1 ब्रिटिश नागरिक शामिल थे। 84 शवों की पहचान नहीं हो सकी।इस हादसे के बाद विमान सुरक्षा को लेकर सवाल उठे।प्राथमिक जांच में पायलट की गलती और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के बीच संचार में त्रुटि को जिम्मेदार ठहराया गया था।कजाकिस्तान एयरलाइंस के पायलट ने गलत ऊंचाई पर उड़ान भरी, जिसके कारण टक्कर हुई।
एयर इंडिया फ्लाइट (23 जून 1985) दुर्घटना
एयर इंडिया का विमान मॉन्ट्रियल-लंदन-दिल्ली-मुंबई मार्ग पर था। आयरलैंड के तट के पास उड़ान के दौरान सिख आतंकियों द्वारा लगाए गए बम से विस्फोट हुआ जिससे विमान अटलांटिक महासागर में गिर गया। इस हादसे में 329 लोगों की मौत हुई थी जिनमें ज्यादातर भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक थे। यह भारत का सबसे घातक विमान हादसा माना जाता है।
मुंबई विमान हादसा (1 जनवरी 1978)
एयर इंडिया की बोइंग 747 फ्लाइट 855 मुंबई के पास अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद इंस्ट्रूमेंट फेल्योर हो गया और पायलट की गलती के कारण दुर्घटना हो गई जिसमें सभी 213 यात्रियों और क्रू की मौत हो गयी ।