हिजाब विवाद गहराया: नीतीश कुमार और संजय निषाद के खिलाफ तहरीर, FIR की मांग
बिहार सीएम के वायरल वीडियो और यूपी मंत्री के बयान पर सपा प्रवक्ता सुमैया राणा ने लखनऊ पुलिस से कार्रवाई की मांग की, विपक्ष ने कहा–यह महिला सम्मान पर हमला है।
By : The Federal
Update: 2025-12-17 16:25 GMT
Police Complaint Against CM Nitish Kumar And Sanjay Nishad : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक वायरल वीडियो और उस पर यूपी सरकार के मंत्री संजय निषाद की टिप्पणी अब बड़ा राजनीतिक और सामाजिक विवाद बनता जा रहा है। समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता और मशहूर शायर मुनव्वर राना की बेटी सुमैया राणा ने इस मामले में लखनऊ की कैसरबाग कोतवाली में तहरीर देकर दोनों नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बिहार में एक नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक नवनियुक्त मुस्लिम आयुष महिला डॉक्टर को नियुक्ति पत्र सौंप रहे थे। इसी दौरान उन्होंने महिला के चेहरे से हिजाब हटाने की कोशिश की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वीडियो सामने आने के बाद विपक्षी दलों ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला और इसे महिला सम्मान और व्यक्तिगत स्वतंत्रता से जुड़ा गंभीर मामला बताया।
संजय निषाद के बयान से भड़का विवाद
इस विवाद में तब और आग लग गई, जब उत्तर प्रदेश सरकार के मत्स्य मंत्री और निषाद पार्टी के संस्थापक संजय निषाद ने एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत में नीतीश कुमार का बचाव करते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी।
संजय निषाद ने हंसते हुए कहा कि “वो भी तो एक आदमी हैं, नकाब छू दिया तो इतना हंगामा हो गया… कहीं और छूते तब क्या हो जाता।”
इस बयान को महिला विरोधी और अभद्र बताते हुए चौतरफा आलोचना शुरू हो गई। बाद में संजय निषाद ने विवाद बढ़ने पर अपने शब्द वापस लेने की बात कही, लेकिन तब तक मामला तूल पकड़ चुका था।
सुमैया राणा का तीखा हमला
सपा प्रवक्ता सुमैया राणा ने कहा कि “किसी महिला का हिजाब हटाना मानसिक दिवालियापन की निशानी है। एक महिला अगर पर्दे में आई है, तो यह उसकी व्यक्तिगत आस्था और मर्यादा का सवाल है। सार्वजनिक मंच पर इस तरह का व्यवहार शर्मनाक है।”
उन्होंने कहा कि जब से वीडियो देखा है, तब से यह सवाल परेशान कर रहा है कि सत्ता में बैठे लोग महिलाओं के प्रति कैसी सोच रखते हैं।
‘देवी पूजने वाले देश में इससे बड़ी शर्म क्या’
सुमैया राणा ने कहा कि “यह महिला प्रधान देश है। यहां महिलाओं को देवी माना जाता है। ऐसे देश में एक महिला का हिजाब खींचना और उस पर मजाक उड़ाना इससे बड़ा अपमान कुछ नहीं हो सकता।”
उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि इस मामले में सिर्फ बयानबाज़ी नहीं, बल्कि कानूनी कार्रवाई जरूरी है।
FIR नहीं तो आंदोलन की चेतावनी
सपा प्रवक्ता ने चेतावनी दी कि अगर नीतीश कुमार और संजय निषाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया, तो समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर आंदोलन और घेराव करेगी।
विपक्ष का समर्थन
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी एक्स (पूर्व ट्विटर) पर संजय निषाद के बयान को “बेहूदा और महिला विरोधी” बताते हुए कड़ी निंदा की है।
हिजाब विवाद अब सिर्फ एक वीडियो या बयान तक सीमित नहीं रहा। यह मामला महिला सम्मान, धार्मिक स्वतंत्रता और सत्ता की संवेदनशीलता से जुड़ता जा रहा है। अब सबकी नजर इस पर है कि पुलिस और सरकार इस पर क्या कार्रवाई करती है।