अमित शाह ने J-K की सुरक्षा को लेकर की समीक्षा, 16 जून को बुलाई उच्च स्तरीय बैठक

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में तीर्थयात्रियों की बस पर हुए हमले सहित कई आतंकवादी घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की.

Update: 2024-06-14 15:34 GMT

Jammu and Kashmir Security Review: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर में तीर्थयात्रियों की बस पर हुए हमले सहित कई आतंकवादी घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा की समीक्षा की. इसको लेकर गृह मंत्री ने 16 जून को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना, सीआरपीएफ और अन्य के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहेंगे. बैठक में केंद्र शासित प्रदेश में मौजूदा स्थिति और आतंकवादी घटनाओं को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की जाएगी.

सूत्रों ने बताया कि रविवार की बैठक के दौरान गृह मंत्री 29 जून से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का भी जायजा लेंगे. गृह मंत्री को जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति और आतंकवादी घटनाओं के बाद उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी गई. पिछले चार दिनों में जम्मू-कश्मीर के रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में चार स्थानों पर आतंकवादियों ने हमले किए, जिनमें नौ तीर्थयात्री और एक सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई और सात सुरक्षाकर्मी और कई अन्य घायल हो गए.

कठुआ जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी भी मारे गए और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया. रविवार को आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों से भरी 53 सीटों वाली बस पर तब गोलीबारी की, जब वह शिव खोरी मंदिर से कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही थी. उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के तीर्थयात्रियों को ले जा रही यह बस गोलीबारी के बाद गहरी खाई में गिर गई, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई और 41 अन्य घायल हो गए.

वहीं, मंगलवार को आतंकवादियों ने भद्रवाह के चत्तरगल्ला में राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस की संयुक्त चौकी पर गोलीबारी की. जबकि, बुधवार को डोडा जिले के गंडोह इलाके में एक तलाशी दल पर हमला किया गया, जिसमें एक पुलिस कर्मी सहित सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए.

अधिकारियों ने बताया कि 9 जून को तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हुए हमले के बाद आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें बेअसर करने के लिए जम्मू-कश्मीर में शुरू किया गया तलाशी अभियान जारी है. सुरक्षा बलों ने कठुआ के सैदा सुखल गांव में दो और आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद गुरुवार को फिर से तलाशी और घेराबंदी अभियान शुरू किया है. यह घटना उस घटना के एक दिन बाद हुई जब 15 घंटे से अधिक समय तक चले अभियान के बाद गांव में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी और एक सीआरपीएफ जवान मारे गए थे. मारे गए आतंकवादियों के पास से एक एम4 राइफल, एक एके असॉल्ट राइफल, एक सैटेलाइट फोन और 2.10 लाख रुपये से अधिक नकदी के अलावा पाकिस्तान निर्मित खाद्य पदार्थ, दवाइयां और इलेक्ट्रॉनिक्स सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया था. इनमें से एक आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) संगठन का शीर्ष कमांडर बताया गया है.

पुलिस ने बुधवार को डोडा जिले में दो हमलों में शामिल चार आतंकवादियों के स्केच जारी किए थे और उनकी गिरफ्तारी में सूचना देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी. रियासी जिले में आतंकवादियों ने रविवार को तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर हमला किया था. पुलिस ने कहा कि अब तक 50 संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है और दूरदराज के इलाकों में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है.

पुलिस ने जम्मू क्षेत्र के निवासियों से संदिग्ध व्यक्तियों और वस्तुओं की आवाजाही के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया है. यह अपील राजौरी और जम्मू जिलों के कुछ हिस्सों में आतंकवादी खतरे की आशंका वाली खुफिया जानकारी मिलने के बाद जारी किया गया था. इस बीच जम्मू-कश्मीर में पुलिस ने दो महीने तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा की तैयारी शुरू कर दी है.

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने पिछले सप्ताह सुरक्षा बलों को मौजूदा सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने, निगरानी रणनीति में सुधार करने और अमरनाथ तीर्थयात्रा मार्ग पर कर्मियों की तैनाती बढ़ाने का निर्देश दिया था. उन्होंने अधिकारियों को यात्रा मार्गों पर तोड़फोड़ विरोधी टीमों को तैनात करके आशंकित खतरों को कम करने का भी निर्देश दिया, ताकि किसी भी आतंकवादी खतरे की पहचान की जा सके और उसे समय रहते बेअसर किया जा सके. कुमार ने पुलिस, सेना, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और अन्य एजेंसियों के अधिकारियों के साथ एक संयुक्त बैठक की और तीर्थयात्रा के सुरक्षित, सुचारू और घटना-मुक्त संचालन के लिए अपनाई जाने वाली समग्र सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की.

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