आर्टिलरी हो या मिसाइल पाकिस्तान बेदम, भारत कहीं बहुत अधिक ताकतवर

पहलगाम हमले के बाद भारत के कुछ कड़े फैसलों के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। बात बात में युद्ध की बात कर रहा है। ऐसे में दोनों देशों की मिसाइल-आर्टिलरी ताकत को समझेंगे।;

Update: 2025-05-04 04:27 GMT
मिसाइल हो या आर्टिलरी दोनों में भारत और पाकिस्तान में जमीन आसमान का अंतर है।

India Pakistan Missile Artillery Strength: हमारे पास 130 एटम बम अलग अलग साइज के हैं। इनका इस्तेमाल भारत के खिलाफ करने से गुरेज नहीं करेंगे यदि भारत हमारे खिलाफ युद्ध करता है। हमारी जितनी भी मिसाइल गौरी, शाहिन, अब्दाली सबका मुंह भारत की तरफ है। जब जैसी स्थित बनेगी प्रयोग किया जाएगा। पड़ोसी मुल्क को हमें हल्के में नहीं लेने की भूल नहीं करनी चाहिए। यह बयान पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी की तरफ से आया। दरअसल पाकिस्तान की तरफ से हर एक नेता की तरफ से इसी तरह के गैरजिम्मेदाराना बयान सामने आ रहे हैं। ऐसे में हम समझने की कोशिश करेंगे कि जिस अब्दाली मिसाइल की बात पाकिस्तान कर रहा है उसकी ताकत कितनी है, क्या भारत के पास उसका तोड़ है। इसके साथ भारत और पाकिस्तान की ऑर्टिलरी ताकत पर भी नजर डालेंगे। 

भारत के पास हैं ये खतरनाक हथियार

बोफोर्स गन: 30 से 34 किमी तक की मारक क्षमता, 155 मिमी कैलिबर की इस गन ने 1999 के कारगिल युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी। इसकी सटीकता और ताकत इसे भारत की प्रमुख आर्टिलरी बनाती है।

धनुष: 27 से 36 किमी की रेंज वाली यह स्वदेशी गन बोफोर्स का ही उन्नत रूप है। सटीकता और स्वदेशी निर्माण इसे खास बनाता है।

K9 वज्र: 30 से 38 किमी की रेंज, 155 मिमी कैलिबर की यह मोबाइल गन दुश्मन की चाल को नाकाम करने में सक्षम है।

M777 अल्ट्रा-लाइट हॉवित्जर: 32 से 40 किमी की रेंज, बेहद हल्की होने के कारण इसे हेलिकॉप्टर से भी मोर्चे पर पहुंचाया जा सकता है। यह सेना की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता को बढ़ाता है।

मल्टीबैरल रॉकेट लॉन्चर: भारतीय सेना के पास पिनाका, एएस-90 और रूसी Smerch जैसे सिस्टम हैं। इनकी रेंज 70 से 90 किमी तक जाती है, और ये एक साथ कई रॉकेट दाग सकते हैं।

पाकिस्तान के पास कौन से हथियार?

M109A5: 155 मिमी कैलिबर की यह अमेरिका निर्मित सेल्फ-प्रोपेल्ड हॉवित्जर है। इसकी रेंज 24 से 30 किमी है।

M110A2: 203 मिमी कैलिबर वाली यह हॉवित्जर पाकिस्तान की सीमित संख्या में है। भारी तोप होने के बावजूद यह काफी पुरानी है।

Type 54: चीन निर्मित यह गन 120 मिमी कैलिबर की है, रेंज केवल 11 किमी तक सीमित है।

M114: 155 मिमी कैलिबर की अमेरिकी मूल की यह टोड गन है, जिसकी रेंज 14 से 15 किमी तक है।

SH-15: पाकिस्तान की आर्टिलरी का सबसे आधुनिक हिस्सा। 155 मिमी कैलिबर की यह मोबाइल और ऑटोमेटिक फायर कंट्रोल सिस्टम वाली गन 53 किमी की रेंज तक मार कर सकती है।

रॉकेट सिस्टम: पाकिस्तान A-100 रॉकेट सिस्टम के दम पर दावा करता है कि उसके पास भी रॉकेट आधारित शक्ति है, जिसकी रेंज 40–90 किमी तक है।

बता दें कि पाकिस्तान जिस अब्दाली मिसाइल की बात कर रहा है उसकी तोड़ भारत के पास अग्नि 1 में है, यही नहीं भारत के पास अग्नि पांच भी है जिसकी ताकत के सामने अब्दाली कहीं नहीं ठहरता। हाल ही में पाकिस्तान ने अपनी सामरिक मिसाइल ‘अब्दाली’ के सफल परीक्षण का दावा किया है। पाकिस्तान के स्पेस एंड अपर एडमॉस्फेयर रिसर्च कमीशन (SUPARCO) द्वारा विकसित यह मिसाइल ‘हत्फ-2’ के नाम से भी जानी जाती है। यह सतह से सतह पर मार करने वाली कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है। हालांकि, भारत के रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की केवल ‘अग्नि-1’ मिसाइल ही अब्दाली का प्रभावी जवाब देने में सक्षम है, जबकि ‘अग्नि-5’ जैसी मिसाइल पाकिस्तान के लिए रणनीतिक रूप से कहीं बड़ी चुनौती पेश करती है।

क्या है अब्दाली मिसाइल की ताकत?

पाकिस्तान की अब्दाली मिसाइल सामरिक उपयोग के लिए डिजाइन की गई है और यह पारंपरिक विस्फोटक ले जाने में सक्षम है। इसकी विशेषताएं:

मारक दूरी (रेंज): लगभग 180-200 किमी

सटीकता: सर्कुलर एरर प्रोबेबल (CEP) करीब 150 मीटर

पहला परीक्षण: 2002

पेलोड क्षमता: पारंपरिक विस्फोटक ले जाने में सक्षम

हालांकि यह मिसाइल पाकिस्तान की सामरिक क्षमताओं को दर्शाती है, परंतु इसकी सीमित रेंज और पेलोड क्षमता इसे भारत की उन्नत मिसाइलों की तुलना में कमजोर बनाती है।

भारत की अग्नि श्रृंखला

भारत के पास अग्नि मिसाइलों की पूरी श्रृंखला मौजूद है, जो शॉर्ट रेंज से लेकर इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक रेंज तक फैली हुई है:

अग्नि-1: 700 किमी

अग्नि-2: 2,000 किमी

अग्नि-3: 3,000 किमी

अग्नि-4: 4,000 किमी

अग्नि-5 (ICBM): 5,000+ किमी

अग्नि-1 ही अब्दाली का पूरी तरह जवाब देने के लिए पर्याप्त है, वहीं अग्नि-5 की क्षमता पाकिस्तान के गहरे भूभाग तक पहुंचने की है – यह पाकिस्तान की सुरक्षा रणनीति को पूरी तरह चुनौती दे सकती है।

पाकिस्तानी मिसाइलों की स्थिति

पाकिस्तान के पास भी कुछ मिसाइलें हैं, पर उनकी रेंज और क्षमता भारत से कमतर हैं:

गजनवी: 300 किमी

शाहीन-1: 400 किमी

एनएसआर: 60-70 किमी

शाहीन-2: 1500-2000 किमी

शाहीन-3 (विकासाधीन): 2750 किमी

इनमें से सिर्फ शाहीन-2 और संभावित शाहीन-3 ही भारत की कुछ मिसाइलों के समकक्ष हैं, परंतु उनकी प्रौद्योगिकीय विश्वसनीयता पर सवाल बने रहते हैं।

भारत की अग्नि मिसाइलें परमाणु और पारंपरिक – दोनों प्रकार के हथियार ले जाने में सक्षम हैं। भारत के पास पाँच ग्राउंड-बेस्ड बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम हैं जबकि पाकिस्तान के पास चार।भारत की मिसाइल रणनीति ‘नो फर्स्ट यूज़’ नीति पर आधारित है, जबकि पाकिस्तान की नीति अधिक आक्रामक मानी जाती है, जिसमें पहले इस्तेमाल की संभावना को भी खुला रखा गया है।

वायु सुरक्षा को लेकर भारत का नया कदम

भारत सरकार ने हाल ही में अत्याधुनिक वायु रक्षा प्रणाली VSHORADS-NG की खरीद प्रक्रिया शुरू की है। इस प्रणाली के तहत 48 लॉन्चर,,48 नाइट-विजन साइट्स, 85 मिसाइलें,1 मिसाइल टेस्ट स्टेशन की खरीद की जाएगी।

इस कदम का उद्देश्य भारत की सामरिक सुरक्षा को और मजबूत करना है।पाकिस्तान की अब्दाली मिसाइल को लेकर जितने भी दावे हों, भारत के मिसाइल सिस्टम की गहराई और पहुंच कहीं अधिक व्यापक और सशक्त है। जहां अब्दाली एक क्षेत्रीय खतरे तक सीमित है, वहीं भारत की अग्नि-5 जैसी मिसाइलें अंतरमहाद्वीपीय स्तर पर असर डाल सकती हैं। इसलिए, विशेषज्ञ मानते हैं कि सामरिक दृष्टिकोण से भारत की बढ़त स्पष्ट है।

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