NB.1.8.1 वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, कोरोना संक्रमण फिर पकड़ रहा रफ्तार
भारत में कोविड एक्टिव केस 3,395 तक पहुंचे, 24 घंटे में 4 मौतें। NB.1.8.1 वैरिएंट की पुष्टि के साथ सरकार ने लोगों से सतर्क रहने और मास्क पहनने की अपील की।;
देशभर में कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बार फिर तेज़ वृद्धि देखने को मिल रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 3,395 तक पहुँच गई है, जबकि पिछले 24 घंटों में 4 लोगों की मौत दर्ज की गई है।
केरल में सबसे अधिक सक्रिय मामले
राज्यवार आँकड़ों के अनुसार, केरल में सबसे ज्यादा 1,336 सक्रिय केस हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र (467), दिल्ली (375), गुजरात (265), कर्नाटक (234) और पश्चिम बंगाल (205) में भी सैकड़ों की संख्या में सक्रिय मरीज हैं।
24 घंटे में कहां कितने नए केस मिले?
बीते 24 घंटों में 685 नए कोविड मामले सामने आए। राज्यवार विवरण इस प्रकार है:
केरल – 189
पश्चिम बंगाल – 89
कर्नाटक – 86
दिल्ली – 81
उत्तर प्रदेश – 75
महाराष्ट्र – 43
गुजरात – 42
तमिलनाडु – 37
अन्य राज्यों में भी कुछ नए मामले सामने आए हैं।
मौतें किन राज्यों में हुईं?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, दिल्ली, केरल, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है:दिल्ली में 71 वर्षीय बुजुर्ग की मौत निमोनिया और किडनी फेल होने के कारण हुई।केरल में 59 वर्षीय, कर्नाटक में 63 वर्षीय और उत्तर प्रदेश में 23 वर्षीय युवक की मौत हुई है।
संक्रमण की बढ़ती रफ्तार: आंकड़ों की तुलना
कुछ ही दिनों में संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ी है:
22 मई: 257 सक्रिय केस
26 मई: 1,010 सक्रिय केस
अब (1 जून): 3,395 सक्रिय केस
NB.1.8.1 वैरिएंट की दस्तक: ओमिक्रॉन के 4 सब-वैरिएंट सक्रिय
ICMR प्रमुख डॉ. राजीव बेहल के अनुसार, मौजूदा मामलों के पीछे ओमिक्रॉन के चार सब-वैरिएंट्स—LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 जिम्मेदार हैं। इनमें से NB.1.8.1 सब-वैरिएंट पहले सिंगापुर और अमेरिका में पाया गया था और अब भारत में दस्तक दे चुका है।
मरीज होम आइसोलेशन में, गंभीरता कम
अधिकारियों के अनुसार, अधिकतर मरीजों को अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता नहीं है और वे होम आइसोलेशन में हैं। संक्रमण की गंभीरता कम है, लेकिन सावधानी बरतना ज़रूरी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों और सरकार ने लोगों से अपील की है,मास्क पहनें (भीड़भाड़ या बंद जगहों में),भीड़ से बचें,लक्षण दिखें तो तुरंत टेस्ट कराएं,हाथ धोने और खांसने के सामाजिक दूरी का पालन करें।कोविड के मामलों में बढ़ोतरी और स्कूलों के दोबारा खुलने को देखते हुए, कर्नाटक सरकार ने 26 मई को समीक्षा बैठक के बाद एक सर्कुलर जारी किया है।अगर बच्चों में बुखार, खांसी, सर्दी या अन्य लक्षण हों, तो उन्हें स्कूल न भेजें।पूरी तरह ठीक होने के बाद ही बच्चों को स्कूल भेजें।स्कूल प्रशासन को भी ऐसे मामलों में सतर्क रहने और अभिभावकों को सूचित कर बच्चे को घर भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्कता और जिम्मेदारी बेहद ज़रूरी है। सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियां हालात पर करीबी नजर रख रही हैं।