धनखड़ के इस्तीफे से बिहार की राजनीति में हलचल, उपराष्ट्रपति पद के लिए नीतीश का नाम चर्चा में
RJD)ने दावा किया कि यह बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दरकिनार करने की भाजपा BJP की साज़िश है; वहीं JDU) ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बिहार में ही बने रहेंगे।;
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक दिए गए इस्तीफे ने बिहार की राजनीति में नई बहस को जन्म दे दिया है। मुख्य विपक्षी पार्टी राजद (RJD) और सत्तारूढ़ जदयू (JDU) के बीच इस बात को लेकर बयानबाज़ी शुरू हो गई है कि क्या अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद यानी उपराष्ट्रपति बनाए जा सकते हैं।
राजद का दावा: "यह भाजपा की साजिश है"
राजद ने मंगलवार (22 जुलाई) को दावा किया कि धनखड़ का इस्तीफा भाजपा की एक "साजिश" है, जो बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार को किनारे करने की कोशिश है।
"भाजपा को बिहार में अपनी सरकार चाहिए"
बिहार विधानसभा में आरजेडी के मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा, “भाजपा काफी समय से बिहार में अपनी सरकार बनाना चाहती है और अब जब उसे विधानसभा चुनाव में हार का डर सता रहा है, तो वह बौखला गई है। वह किसी भी तरह से नीतीश कुमार से छुटकारा पाना चाहती है।”
उन्होंने कहा, “भाजपा की नीतीश को किनारे करने की चाह कोई नई बात नहीं है। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता पहले से जदयू प्रमुख को दरकिनार करने की बातें करते आए हैं। यहां तक कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भी कहा था कि नीतीश कुमार को उपप्रधानमंत्री बना देना चाहिए। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि धनखड़ का इस्तीफा भाजपा की चाल है, जिससे नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति जैसे राजनीतिक रूप से महत्वहीन पद पर भेजा जा सके।”
पुराना आरोप भी जोड़ा गया
राजद नेताओं ने यह भी याद दिलाया कि स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी, जो लंबे समय तक नीतीश के डिप्टी रहे, उन्होंने आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति बनने की लॉबिंग कर रहे थे, और जब भाजपा ने उन्हें यह पद देने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने एनडीए छोड़ दिया।
बीजेपी नेताओं ने भी दिया समर्थन
आरजेडी नेता के बयान एक दिन बाद आए हैं जब बिहार बीजेपी के दो नेताओं ने नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाए जाने की वकालत की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि "नीतीश कुमार का उपराष्ट्रपति बनना सबसे अच्छा होगा। चाहे उन्हें यह पसंद हो या नहीं, हर कोई चाहता है कि वे उपराष्ट्रपति बनें।"
वहीं बीजेपी मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू ने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। “अगर नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति बनते हैं, तो इसमें क्या बुराई है?”
जदयू ने खारिज की अटकलें
हालांकि, जदयू ने इन दावों को पूरी तरह खारिज कर दिया। पार्टी के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार ने कहा, “नीतीश कुमार के बिहार छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं उठता। वह यहीं रहेंगे, एनडीए को विधानसभा चुनाव में जीत दिलाएंगे और राज्य की जनता की सेवा करेंगे। वह एक और कार्यकाल का आनंद लेंगे।”
धनखड़ ने मेडिकल कारणों से दिया इस्तीफा
जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया, उन्होंने अपने इस्तीफे में चिकित्सकीय कारणों का हवाला दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना त्यागपत्र सौंपा और कहा कि वह तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं।