जिस है दिक्कत तो ना खरीदें भारत से तेल, विदेश मंत्री जयशंकर की दो टूक
जयशंकर ने कहा, अगर किसी को भारत से तेल या पेट्रोलियम प्रोडेक्ट्स खरीदने में दिक्कत है, तो वे मत खरीदें. हम किसी को मजबूर नहीं कर रहे.;
रूस से सस्ते दामों पर क्रूड ऑयल खरीदने को लेकर भारत पर भारी भरकम टैरिफ लगाने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को लेकर विदेशी मंत्री एस. जयशंकर ने जमकर खरी खोटी सुनाई है. विदेशी मंत्री ने कहा, भारत रूस से तेल खरीदना जारी रखेगा क्योंकि यह हमारे राष्ट्रीय हित में है और साथ ही वैश्विक तेल कीमतों को स्थिर करने में भी ये मदद करता है.
मत खरीदो भारत से तेल
इकोनॉमिक टाइम्स वर्ल्ड लीडर्स फोरम को संबोधित करते हुए एस. जयशंकर ने कहा, अगर किसी को भारत से तेल या पेट्रोलियम प्रोडेक्ट्स खरीदने में दिक्कत है, तो वे मत खरीदें. हम किसी को मजबूर नहीं कर रहे. यूरोप और अमेरिका भी खरीदते हैं. उन्होंने कहा, 2022 में जब तेल की कीमतें बहुत बढ़ गई तब दुनिया ने कहा था कि भारत अगर रूसी तेल खरीदता है तो क्रूड ऑयल के दाम स्टेबल रहेंगे. भारत रूस के रिश्तों को लेकर विदेशी मंत्री शंकर ने कहा, दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने की कोशिश हो रही है. साथ ही भारत चाहता है कि रूस–यूक्रेन युद्ध जल्दी खत्म हो.
ट्रंप की शैली परंपरा से अलग
भारत–अमेरिका के रिश्तों को लेकर पूछे जाने पर अमेरिकी विदेश नीति के अलग-अलग दृष्टिकोणों की ओर इशारा करते हुए, उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शैली को परंपरा से अलग बताया और याद दिलाया कि ओबामा काल में वॉशिंगटन ने चीन के साथ “G2” ढांचे का विचार रखा था. अमेरिका के साथ चल रही व्यापार वार्ताओं पर जयशंकर ने कहा द्विपक्षीय ट्रेड को लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है. लेकिन भारत की लाल रेखाएं (red lines) स्पष्ट है कि हम किसानों और छोटे व्यवसायों के हितों से समझौता नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका बड़े देश हैं, मतभेद होते हैं लेकिन बातचीत जारी रहनी चाहिए.